नई दिल्ली। भारत में अक्टूबर में होने वाले फीफा अंडर-17 विश्व कप टूर्नामेंट के लिए रेफरियों की नियुक्ति कर दी गई है। फीफा की रेफरी समिति ने शुक्रवार को रेफरियों की 21 तिकड़ियों (एक मुख्य रेफरी और दो लाइंसमैन) की नियुक्ति की पुष्टि कर दी है।
इस टूर्नामेंट के लिए रेफरियों की नियुक्ती में सबसे खास बात यह है कि इस बार महिला रेफरियों को भी नियुक्त किया गया है। फीफा ने सात समर्थक महिला रेफरियों का चयन भी किया है। सभी चुने गए रेफरी सभी छह परिसंघों का नेतृत्व भी करेंगे।
सात चुनी गईं समर्थक रेफरी- ओके री यांग (कोरिया), ग्लेडेस लेंगवे (जाम्बिया), कारोल एने चेनार्ड (कनाडा), क्लॉडिया उम्पिरेज (उरुग्वे), एना मारी केग्ले (न्यूजीलैंड), केटरेना मोंजुल (यूक्रेन) और एस्थर स्तॉब्ली (स्विट्जरलैंड) हैं।
विश्व फुटबाल की नियामक संस्था-फीफा के लिए यह जरूरी था कि वह इस प्रतियोगिता के लिए विश्व के सर्वोत्तम रेफरियों की नियुक्ति करे और इसका पूरा ध्यान रखा गया है।
इस नियुक्ती से पहले रेफरियों ने कई सेमिनारों की गतिविधियों में हिस्सा लिया था, जिसमें कक्षा में सैद्धांतिक सत्र और खेल क्षेत्र में व्यावहारिक सत्र शामिल थे।
इस प्रतियोगिता के जरिए फीफा रेफरियों को उनकी प्रतिभा दिखाने का मौैका भी मिलेगा, ताकि वह करियर में आगे विकास कर सकें।
फीफा की रेफरी समिति के प्रमुख मासिमो बॉसाका ने कहा कि हमारा मानना है कि अब समय आ गया है कि महिला रेफरियों को भी फीफा के पुरुष टूर्नामेंटों में शामिल किया जाए। उन्होंने पिछले साल पुरुष रेफरियों के साथ मिलकर काम किया था और अब हम दोनों को प्रतियोगिता में साथ मिलकर काम करते देखना चाहते हैं।