ज्यूरिख। फीफा ने तीसरे पक्ष की दखलअंदाजी के कारण बुधवार को पाकिस्तान फुटबाल संघ (पीएफएफ) को निलंबित कर दिया।
फीफा ने एक बयान में कहा कि ब्यूरो ने इस तथ्य के परिणाम स्वरूप यह फैसला लिया कि पीएफएफ के कार्यालय और खाते न्यायालय द्वारा नियुक्त एक प्रशासक के नियंत्रण में रहेंगे।
बयान के अनुसार फीफा के संविधान के अनुसार यह तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के बगैर स्वतंत्र रूप से अपने मामलों का प्रबंधन करने के पीएफएफ के दायित्व का उल्लंघन है।
बयान में कहा गया है कि पीएफएफ का निलंबन तभी वापस लिया जाएगा, जब पीएफएफ के कार्यालय और उसके खाते उसे वापस लौटा दिए जाएंगे।
इस निलंबन के बाद, फीफा संविधान के अनुच्छेद 13 में दी गई व्यवस्था के अनुसार पीएफएफ के सभी सदस्यता अधिकार समाप्त हो गए हैं। पीएफएफ के प्रतिनिधि और क्लब की टीमें निलंबन वापस होने तक किसी भी प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
इस निलंबन के कारण पीएफएफ और इसके सदस्य या अधिकारी फीफा या एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) की ओर से चलाए जाने वाले किसी भी विकास कार्यक्रम, पाठ्यक्रम या प्रशिक्षण से लाभ नहीं ले पाएंगे।
इसके अतिरिक्त फीफा संविधान के अनुच्छेद 16 के पैरा तीन के अनुसार, निलंबन अवधि के दौरान दूसरे सदस्य संघ फीफा के साथ कोई खेल करार नहीं कर पाएंगे।