मुंबई। बॉलीवुड के माचोमैन सनी देओल का कहना है कि फिल्मों का रीमेक नहीं बनाया जाना चाहिए। सनी देओल का मानना है कि किरदारों का व्यक्तित्व और करिश्मा फिल्म का हिस्सा होता है।
सनी देओल ने कहा कि मुझे लगता है कि किसी भी फिल्म को दोबारा नहीं बनाया जाना चाहिए, क्योंकि जब फिल्म बनती है तो व्यक्ति का व्यक्तित्व और करिश्मा इसका हिस्सा होता है। इसलिए हमें इसे नहीं छूना चाहिए।
आप कोई विषय चुनिए, रीमेक मत बनाइए। उन किरदारों को लीजिए, जिन्हें आप महसूस करते हैं और जो आज के समाज का हिस्सा हैं। सनी देओल ने कहा कि यदि मैं अपनी फिल्म से आज के समाज के लिए कुछ पात्रों को लाता हूं तो यह दिलचस्प होगा।
अपने पिता धमेंद्र की फिल्म ‘सत्यकाम’ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा उस समय लड़ाई थोड़ी अलग होती थी, लेकिन अगर आज के समाज से ऐसा किरदार लिया जाए तो मुख्य बात यह देखने की होगी कि क्या कोई व्यक्ति सच के साथ जी सकता है या नहीं है, और वह कबतक सच्चाई के साथ जी सकता है।