जिंदगी का पहला कदम और पहले बोल कि तरह ही होती है हमारी पहली नौकरी। जिसे पाने कि खुशी और एहसास को शब्दों में जाहिर करना मुशिकल होता है। पहली जॉब, जिसके मिलने से पहले हम ढेर सारी प्लानिंग करते है और जिसके मिलते ही फ्यूचर सिक्योंर कि ओर हम पहला कदम उठाते है।
यह आपको एकाएक नहीं मिलती, इसके लिए बरसों तक रात-रात तक की गई पढ़ाई और आप पर खर्च की गई माता-पिता की खून-पसीने की कमाई का परिणाम होती है। जीवन में यह आपके पहले लक्ष्य की प्राप्ति होती है। यहां से आपके जीवन की एक नई शुरुआत होती है। इस मोड़ पर आकर आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है, जो लाइफ टाइम तक काम आता है।
साबित करें खुद को
नौकरी से पहले जिम्मेदारी का एहसास नहीं था, पहले सिर्फ पढ़ाई और पढ़ाई करनी होती थी। पहली जॉब के साथ ही आप पर जिम्मेदारी आ जाती है। यहां नए लोगो के बीच, नई जगह पर अपने अच्छे काम से खुद को साबित करना पड़ता है। यहां आप जीवन में मेहनत के असल मतलब को समझते हैं यानी अपने आपको साबित किए बगैर आप टॉप पर नहीं पहुंच सकते हैं।
अहमियत नेटवर्किंग की
पहली नौकरी मजबूत नेटवर्क की अहमियत समझाती है। अगर आप सोशल नहीं रहेंगे और अपने सहकर्मियों और क्लायंट से अच्छा संबंध नहीं बनाएंगे तो इससे काम प्रभावित होगा। यही चीज सामाजिक जीवन में भी अहम भूमिका निभाती हैं। अगर आपका मजबूत नेटवर्क में दम है तो आप आगे बढ़ेंगे, नहीं तो काफी पीछे रह जाएंगे।
बदतलता है सफलता का अर्थ
अधिकतर युवाओं कि नजरों में सफलता का मतलब बड़ी-सी हवेली, एक फैंसी कार और ढेरो पैसा होता है। ऐसे में पहली नौकरी से इस सोच को धक्का लगता है। यहां आकर सफलता के मायने बदल जाते हैं। यहां जब आपके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाता है या आपके काम की तारीफ की जाती है। इसे ही आप सफलता मानते हैं और अपने काम पर फोकस होकर और बेहतर काम करते है।
विषमताओं में खुद को साबित करना
वर्कप्लेस पर बहुत से लोग का विचार आपसे अलग होता है। इसके बावजूद आप मतभेदों को भुलाकर एक सामान्य लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करते हैं। यहां आकर दिनचर्या में भी बदलाव आ जाता है। सुबह उठना, तैयार होना, ऑफिस जाना और देर से सोना, इस सबकी आदत पड़ जाती है। यानी आप विषम परस्थितियों का सामना करना सीख जाते हैं।
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