वाशिंगटन। गर्भाशय के कारण बांझपन से विश्व की करीब तीन-चार प्रतिशत महिलाएं प्रभावित हैं और गर्भाशय प्रत्यारोपण अत्यधिक प्रयोगात्मक माना जाता है। यह रोगियों को गर्भावस्था का एक मौका प्रदान करता है।
यहीं अमरीका में पहली बार गर्भाशय प्रत्यारोपण हुआ। अमरीका में क्लीवलैंड अस्पताल के चिकित्सकों ने गर्भाशय का प्रत्यारोप किया है। एक मृत दानदाता ने गर्भाशय दान में दिया था।
इस सप्ताह अस्पताल ने इसकी जानकारी चिकित्सकों ने इस 26 वर्षीय मरीज की जानकारी का खुलासा नहीं किया गया है। अस्पताल ने एक बयान में कहा है कि नौ घंटे चले इस ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत स्थिर है। अस्पताल का कहना है कि वह ऐसे 10 प्रत्यारोपण और करेगा।
अमेरिकन सोसाइटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के अध्यक्ष ओविन डेविस ने बताया कि गर्भाशय प्रत्यारोपण वैज्ञानिक, नैतिकता और शल्य चिकित्सा की दृष्टि से काफी जटिल माना जाता है।
उन्होंने कहा, यह प्रक्रिया उन महिलाओं को अपना परिवार बनाने का मौका प्रदान करेंगी,जो जन्म से गर्भाशय विहीन हैं या फिर किसी कारणवश उनका गर्भाशय निकाल दिया गया।
ऐसी महिलाएं जिनके देश में सरोगेसी की अनुमति नहीं है, वह भी इस प्रक्रिया की मदद से संतान प्राप्ति कर सकती हैं। उल्लेखनीय है कि इस प्रकार से पूर्व में वर्ष 2014 के दौरान पहली बार स्वीडन में गर्भाशय प्रत्यारोपण से एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हो चुका है।