सूरत। सूरत स्थित अर्चना स्कूल के निकट 82 हजार रुपए के जाली नोटो के साथ पकड़े गए पांचों आरोपी पश्चिमी बंगाल के मुर्शीदाबाद से जाली नोट लाते थे। वराछा पुलिस ने उन्हें शुक्रवार शाम अदालत में पेश कर दस दिन के रिमांड पर लिया है।
मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक बी.एस. मोरी ने बताया कि कापोद्रा भरवाड चाल निवासी आरोपी भोला प्रसाद, गोडादरा साईंधाम सोसायटी निवासी नगेन्द्र मौर्या, परवत गांव जलाराम सोसायटी निवासी जयप्रकाश पांडे, मुरसलीम मंडल व सोहराब अली मंडल मुर्शीदाबाद के शंकर व भीखू के संपर्क में थे। वे उनसे 35 हजार रुपए के असली नोट के बदले एक लाख रुपए नकली नोट लेते थे।
सूरत में थोक में 48 से 60 हजार रुपए में एक लाख रुपए बेचते थे। इसके अलावा 500 रुपए की एक-एक नोट फूटकर बाजार में भी चलाते थे। उन्होंने बताया कि शंकर पश्चिमी बंगाल का है जबकि भीखू झारखंड का मूल निवासी है। उनसे शंकर व भीखू के बारे में पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि वराछा पुलिस ने गुरुवार को शाम अर्चना स्कूल के निकट से पांचो आरोपियों को 500 रुपए दर की कुल 172 जाली नोटों के साथ गिरतार किया था। पुलिस ने उनके कब्जे से 6 मोबाइल फोन, एक मोटरसाइकिल व उनके परिचय पत्रों के साथ 4 हजार 480 रुपए भी बरामद किए थे।
दो लाख के नोट लाए थे
आरोपियों ने शंकर व भीखू से दो लाख रुपए के जाली नोट खरीदे थे। जिनमें से एक लाख 14 हजार रुपए के जाली नोट उन्होंने स्थानीय बाजार में भुना दिए थे। उन्होंने किन किन लोगो को जाली नोट दिए इस बारे में पुलिस उनसे गहन पूछताछ कर रही है।