इंदौर। दीपावली पर पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व उत्साह और उल्लास से मनाने की तैयारियां शुरु हो गई है।
इसके चलते घरों और मंदिरों में माता महालक्ष्मी के पूजन की तैयारियों को लेकर लोग जुटे हुए हैं। सोमवार को जहां सोमवार को धनतेरस पर बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ेगी,
वहीं रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते व्यापारियों और दुकानदारों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद थी, क्योंकि इस दिन दीपावाली के पहले का रविवार होने के चलते खरीददारी पर जोर अधिक रहा।
दीपावली का पर्व सुख और समृद्धि की देवी महालक्ष्मी की कृपा पाने के लिए मनाया जाता है। इसके चलते दीपावली पर माता लक्ष्मी की कृपा मिले इसके लिए लोग घरों, दुकानों व प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई कराते है।
नया रंगरोगन कर माता लक्ष्मी का विधि विधान से पूजन करते है। जिससे मां की कृपा मिले और घर में सुख समृद्धि बढ़े। यह दीपोत्सव 9 नवंबर से शुरु हो रहा है। सबसे पहला पर्व धनतेरस के रूप में 9 नवंबर को मनाया जाएगा।
इस दिन हर कोई बतज़्न खरीदकर या सोना चांदी खरीदकर शुभता के साथ लक्ष्मी को अपने घर लाता है। इसके बाद नरक चौदस या रूप चौदस मनाई जाएगी। फिर अमावस्या को लक्ष्मी पूजन होंगे। इस तरह पांच दिनों के इस पर्व की तैयारियों में हर कोई अपने तरीके से तैयारियां करने में जुटा हुआ है।
महालक्ष्मी मंदिर सजे
शहर के राजबाड़ा स्थित महालक्ष्मी मंदिर सहित शहर के अधिकतर महालक्ष्मी मंदिरों में माता के पूजन की तैयारियां शुरु हो गई है। मंदिर के पुजारी माता के पूजन और अनुष्ठान की विशेष तैयारियों में जुटे हुए है।
बाजार सजे
दीपावली के लिए बाजारों में भी दुकाने सज गई है। तरह-तरह के आकषज़्क साज-सज्जा केसामान के साथ कपड़े, जेवर, बतज़्न, वाहन आदि की दुकाने व शोरुम लोगों को आकषिज़्त करने के लिए विभिन्न आफर भी दे रहे है। जिससे हर कोई अपनी पसंद का सामान आसानी से खरीद सके।
सोने पर जोर
इस वर्ष सोने के भाव सामान्य रहने से पुष्य नक्षत्र में भी लोगों ने जमकर सोनी की खरीददारी की और अब धनतेरस पर भी सोने की खरीदी होने की संभावना जताई जा रही है। सराफा व्यापारियों का कहना है कि धनतेरस के लिए बड़े पैमाने पर नए आभूषण तैयार कराए जा रहे है। जिससे महिलाओं को उनकी डिजाईन पसंद आए।