उदयपुर। डूंगरपुर जिले में बिच्छीवाड़ा मार्ग पर शनिवार सुबह कार और रोड़वेज बस की सीधी भिड़न्त में ससुर-दामाद सहित पांच जनों की मौत हो गई। इनमें चार की मौत मौके पर जबकि एक की मौत उदयपुर के एमबी अस्पताल में उपचार के दौरान हुई।
हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनका उपचार यहां एमबी अस्पताल में जारी है। सुबह आठ बजे हुई इस हादसे की सूचना के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी दोपहर बारह बजे तक पहुंचे, जिसको लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ गया। जिला कलक्टर के पहुंचने के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाया गया और मार्ग पर यातायात सुचारू हो पाया।
मिली जानकारी के अनुसार डूंगरपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के बिच्छीवाड़ा मार्ग पर शनिवार सुबह आठ बजे बलवाड़ा स्कूल के पास अम्बावा से बांसवाड़ा की ओर जा रही कार और सलूम्बर से अहमदाबाद जा रही एक रोडवेज बस के बीच भिड़न्त हो गई।
दोनों वाहन तेज गति में थे और कार रोडवेज के नीचे घुस गई। जिससे कार में सवार अरथूना हाल बांसवाड़ा निवासी चालक युनूस भाई पुत्र अब्दुल रहमान लखारा, खोडऩ हाल मुम्बई निवासी चिंतम पुत्र महेश पाठक, उपला भोईवाड़ा बांसवाड़ा निवासी पवन पुत्र सेवालाल भोई और उसका दामाद बांसवाड़ा निवासी भरत पुत्र हीरालाल भोई की मौके पर ही मौत हो गई।
कार में सवार अन्रू दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना से रोडवेज में सवार लोगों में हंगामा मच गया। रोडवेज में सवार नौ यात्रियों को भी चोटें आई। मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और उन्होंने घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया।
कार में सवार गंभीर घायलों को बड़ी मशक्कत के बाद ही बाहर निकाला जा सका और तत्काल स्थानीय चिकित्सालय भेजा। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें उदयपुर रैफर कर दिया। जिसमें से एक ओर ने उदयपुर मेेंं उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
इधर, घटना की जानकारी मिलने पर कोतवाली थाने से जाब्ता मौके पर पहुंचा। कुछ समय बाद डिप्टी अनिल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामजीलाल और जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार जैन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने शवों को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचित किया।
लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि दुर्घटना के बाद मौके पर पुलिस अधिकारी हाथों-हाथ पहुंच गए थे, परन्तु प्रशासनिक अधिकारियों में से कोई भी मौके पर नहीं आया था। लोगों ने इसकी शिकायत संभागीय आयुक्त से की, तब जाकर दोपहर 12 बजे जिला कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस बीच पुलिस ने सडक़ पर जाम लगाए दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटवा दिया।
2 शव फंस गए थे कार में
दुर्घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुर्घटना के बाद 2 शव कार में ही फंस गए थे। जिन्हें निकालने में करीब एक घंटे से भी अधिक समय लगा। कार को कटर की सहायता काटकर ही शव बाहर निकाले जा सके।
कुवैत से लौटा था और मौत ने आगोश में ले लिया
इस दुर्घटना में भरत भोई और पवन भोई की भी मौत हुई है। पवन रिश्ते में भरत का दामाद लगता था और कुवैत में रहकर काम करता था। वह शनिवार सुबह ही सुबह ही कुवैत से अहमदाबाद आया था। जिसे लेने के लिए भरत भोई गया था और दोनों की दुर्घटना में मौत हो गई।