पटना। पटना के गांधी मैदान में तीन अक्टूबर को मची भगदड़ के बाद से पांच लोग अभी भी लापता हैं और उनके परिजन उनकी तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। गांधी मैदान थाना में लापता लोगों के परिजनों ने मामला दर्ज करा दिया है लेकिन घटना के पांच दिनों के बाद भी अब तक चार बच्चे और एक महिला का कोई अता-पता नही है।…
थाना में एक ही परिवार के चार सदस्य तारा देवी (35), मिंटू कुमार (4), निशु कुमारी (7) और अनुराग कुमार (11) के अलावा अभिषेक कुमार (10) के लापता होने का मामला उनके परिजनों ने दर्ज कराया है। मोतिहारी के रहने वाले चंदेश्वर दास जो पटना के पत्थर की मस्जिद इलाके में रहते है, अपनी पत्नी तारा देवी और तीन बच्चों के साथ रावण वध देखने गए थे लेकिन भगदड़ में उनका हाथ परिवार के अन्य सदस्यों से छूट गया और उसके बाद से ही वह उनकी तलाश में भटक रहे हैं।
दास ने बताया कि पत्नी और बच्चाें की तलाश में उन्होंने गांधी मैदान से लेकर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कई चक्कर लगाए हैं लेकिन उनका कही कोई अता-पता नहीं है। इसके बाद उन्होंने गांधी मैदान थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया है।
दास ने कहा कि उनकी पत्नी और बच्चों का नाम न तो घायलों की सूची में है और न ही मृतकों की। आखिर उनकी पत्नी और बच्चे गए कहां। उन्होंने कहा कि पुलिस भी अब तक उनकी तलाश नहीं कर पाई है। वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे ठीक-ठाक हो। पटना के चांदमारी रोड की पूजा गुप्ता का दस वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार भी अभी तक लापता है। पूजा और उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने अभिषेक की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेकिन अभी तक उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। पुत्र के नहीं मिलने से पूजा का रो-रो कर बुरा हाल है।
पूजा कभी पुलिस और प्रशासन को कोसती है तो कभी अपने पुत्र को खोजने के लिए विनती करती है। वहीं परिवार के सदस्य अभिषेक की सलामती के लिए पूजा अर्चना कर रहे हैं। गांधी मैदान थाना के प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि भगदड़ के बाद कई लोगों ने अपने परिजनों के लापता होने की सूचना थाना में दी थी जिनमें से पांच लोगों को छोड़ कर शेष लोगों का पता चल गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस इन पांच लापता लोगों की तलाश कर रही है।