श्रीनगर/नई दिल्ली।| भारतीय सेना के कमांडो ने सोमवार शाम नियंत्रण रेखा(एलओसी) पार कर तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। भारतीय सेना ने यह कार्रवाई जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पार से गोलीबारी में एक मेजर समेत चार जवानों के शहीद हो जाने के दो दिन बाद की है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली में सैन्य अधिकारियों ने हालांकि भारतीय कमांडो के सीमा पार जाने की घटना की न तो पुष्टि की है और न तो इससे इंकार ही किया है। इसके बावजूद अधिकारी ने बताया कि सोमवार शाम कार्रवाई में तीन पाकिस्तानी जवान मारे गए और एक घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी जवानों को तब मार गिराया गया, जब जवानों ने रजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में संदिग्ध गतिविधि देखी।
सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाई सोमवार शाम छह बजे की गई, जो एक रणनीतिक अभियान था, जिसके तहत पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसकर आईईडी लगाने की साजिश विफल कर दी गई।
पाकिस्तानी सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि रावलकोट के रुख चाकरी सेक्टर में भारतीय जवानों द्वारा कथित रूप से बगैर उकसावे के सीमपार से की गई गोलीबारी में तीन जवान मारे गए।
इससे दो दिन पहले, राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना की ओर से गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर की गई भीषण गोलीबारी में चार जवान शहीद हो गए थे।
राजौरी जिले और पुंछ में रविवार को भारतीय जवानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे दो पाकिस्तानी निशानेबाज भारतीय सेना की ओर से गोलीबारी में मारे गए थे। इस तरह गत दो दिनों में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या पांच हो गई है।
सूत्रों ने हालांकि इस कार्रवाई को 29 सितंबर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक की तरह नहीं बताया है, जिसमें भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकी लांच पैड को निशाना बनाया था।
भारत ने 18 सितंबर, 2016 को उरी सेक्टर में सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के लगभग 10 दिनों बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, जिसमें भारत ने कई आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था। उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।