नई दिल्ली। फेस्टिव सीजन में flipkart के चीफ फाइनैंसियल ऑफिसर संजय बावेजा ने इस्तीफा दे दिया है। वह दो साल पहले ही कंपनी से जुड़े थे। उनके इस्तीफे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है लेकिन अमेजन इंडिया से लगातार पिछड़ने और नई कमाई करने में नाकामयाब होना बड़ी वजह बताई जा रही है। संजय अभी 31 दिसंबर तक कंपनी से जुड़े रहेंगे। खबर ये भी चल रही है कि वालमार्ट करीब 1 अरब डॉलर का निवेश फ्लिपकार्ट में कर सकती है।
कंपनी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, बावेजा को हटाने को लेकर अभी भी किसी को स्थिति स्पष्ट नहीं है। अभी ये भी स्पष्ट नहीं है कि बावेजा की जगह नया सीएफओ कौन होगा। हालांकि फ्लिपकार्ट ने प्रवक्ता ने उनको हटाये जाने की पुष्टि कर दी है। इधर बावेजा ने मीडिया के सवालों का कोई जवाब दिया। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, वे अब सिर्फ नए अधिकारी की तलाश कर रहे हैं बिना किसी स्पष्टीकरण के।
टाटा कम्यूनिकेशन लिमिटेड, भारती एयरटेल के बाद बावेजा ने फ्लिपकार्ट ज्वाइन किया था। वह दो साल पहले ही फ्लिपकार्ट से जुड़े थे। उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते बाजार में कंपनी के तौर तरीके और ग्रोथ को बढ़ाने के लिए लाया गया था। कंपनी के ऊंचे पदों पर बैठे लोगों ने प्रतिक्रिया दी कि बावेजा ने कंपनी में शुरुआत तो बहुत अच्छी की थी लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा था। इस दौरान न सिर्फ कंपनी को नुकसान हुआ बल्कि नए निवेशकों को भी लाने में नाकाम रहे।
कंपनी में इस्तीफे की बाढ़
टाटा कम्युनिकेशंस से फ्लिपकार्ट आये बावेजा ने सितंबर 2014 में ई-कॉमर्स कंपनी को ज्वाइन किया था। उनके आने से पहले ही फरवरी में कॉमर्स और एडवरटाइजिंग बिजनैस के हेड मुकेश बंसल और चीफ बिजनेस ऑफिसर अंकित नागौरी ने कंपनी छोड़ दिया। 9 महीने में 7 बड़े पदों पर हुए इस्तीफे। अप्रैल में चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर पुनीत सोनी और वाइस प्रेसिडेंट-हेड ऑफ सेलर इकोसिस्टम मनीष माहेश्वरी ने भी इस्तीफा दिया था। इसके बाद, जुलाई में कंपनी से 2 ऑफिसर पेमेंट प्रोडक्ट हेड ललित सरना और मार्केट डिविजन के प्रोडक्ट हेड सुनील गोपीनाथ ने कंपनी का साथ छोड़ा। वहीं, जुलाई महीने में ही राजिंदर शर्मा ने लीगल हेड के पद से इस्तीफा दे दिया था।