नई दिल्ली। दिल्ली की आबोहवा बदलने के लिए लोगों का मन बदलना होगा। इसके लिए कड़े नियम नही बल्कि गांधीगिरी करनी होगी। यह कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का।
बुधवार को छत्रसाल स्टेडियम में सिविल डिफेंस, एनसीसी और एनएसएस कैडेट सहित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सम-विषम योजना को सफल बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करना होगा। उनसे बहस या दुव्र्यवहार करने पर वह इस योजना से दूर होंगे। हमें उन्हें फूल देकर उनके मन को बदलने का काम करना होगा।
केजरीवाल ने कहा कि आपको लोगों का हृदय बदलना होगा। इस दौरान किसी का चालान करना, बहस या दुव्र्यवहार नहीं करना सही नहीं है। आप रेड लाइट पर तख्ख्तियां लेकर खड़े रहिए और किसी उल्लंघन करने वाले को देखते ही आप उन्हें फूल दीजिए और उनसे घर लौट जाने का आग्रह कीजिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महज चालान करने से योजना सफल नहीं होगी। दिल्ली में हर किसी को समझने की जरूरत है कि यह उनका अपना आंदोलन है। उन्हें इस वजह से इसका अनुसरण करने की जरूरत नहीं है कि सरकार इसे लेकर कठोरता बरत रही है, बल्कि उन्हें इस कारण इसका अनुसरण करने की जरूरत है कि यह उनकी, उनके बच्चों की जिंदगी से जुड़ा प्रश्न है।
उन्होंने कहा कि अगर आप किसी को उल्लंघन करते देखें, तो अपनी कार का शीशा खोलें और उनसे कहें कि वापस घर जाइए। अगर इस तरह के उल्लंघनकर्ता को 10 रेड लाइट पर टोका जाता है, तो वह शर्मिंदगी महसूस करेंगे और वापस घर लौट जाएंगे।
उन्होंने सुझाव दिया कि सम-विषम योजना का पालन करें और अपना प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट साथ रखें। इससे उल्लंघन करने वालों को शर्मिंदगी का एहसास होगा। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग कार मुक्त नीति का स्वागत कर रहे हैं और ‘इसको लागू करने के लिए पूरी दिल्ली तैयार है। इस मौके पर मुख्यमंत्री केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और परिवहन मंत्री गोपाल राय भी कार पूल करके अपने कार्यालय जाएंगे।