नई दिल्ली। आने वाले कुछ सालों में दिसम्बर और जनवरी भारतीय रेलवे पर भारी नहीं पडेंगे। कोहरे के कारण ट्रेनों के विलम्ब से चलने की समस्या से शीघ्र ही मुक्ति मिल जाएगी। भारतीय रेलवे के डीजल इंजन कारखाने में एक ऐसा इंजन तैयार किया गया है जो कोहरे में भी रफ्तार से दौड़ सकेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसम्बर को इस इंजन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस की खासियत यह है कि इंजन के दोनों सिरों पर पायलट के बैठने की व्यवस्था होगी और इसमें डी-फॉगर ग्लास लगाये गए हैं। इन ग्लासों पर कोहरे का असर नहीं होता है।
रेलवे के अनुसार इंजन में एडवांस कंप्यूटराइज्ड ब्रेक सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है, जिसको कमांड देना आसान होगा और यह किसी भी तकनीकी गड़बड़ी होने की स्थिति में तत्काल पायलट को इसकी जानकारी दे देगा। यह सिस्टम रेलवे कंट्रोल के सर्वर से जुड़ा होगा, जहां से चालक को दिशानिर्देश मिलते रहेंगे। इस सवारी गाड़ी इंजन में एसी के साथ-साथ ब्लोवर भी लगाया जाएगा। स्पीड, ईंधन और इंजन की अन्य तकनीकी पहलुओं का डेटा सब डिजिटलाइज तरीके से अलग-अलग स्क्रीन पर दिखेगा। इसके अलावा, संचालन में आसानी के लिए इंजन में टीएफटी मॉनीटर भी लगाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस इंजन के लोकार्पण के साथ दिन ही वाराणसी के डीजल इंजन कारखाने में की उत्पादन क्षमता बढ़ाने की आधारशिला भी रखेंगे। इसके साथ ही कारखाने उत्पादन क्षमता 200 से बढ़ाकर 250 हो जायेगी।
कोहरे से लिपटा उत्तर भारत का अधिकांश हिस्सा, 150 रेलगाडियां विलम्ब
नई दिल्ली। दिल्ली और उत्तर भारत समेत देश के अधिकांश हिस्सों में ठंड का असर दिख रहा है और कोहरे ने दिनचर्या को प्रभावित किया है, इस कारण देशभर में करीब डेढ सौ रेलगाडियां विलम्ब से चल रही हैं। दिल्ली आने वाली 4 और दिल्ली जाने वाली 3 उडानें भी लेट हुई हैं । शुक्रवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 16.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में पारा शून्य या इसके पास है ।
ठंड और कोहरे की सबसे ज्यादा मार रेलगाडियों पर पड रही है। दिल्ली और आनंद विहार स्टेशनों से आने जाने वाली करीब तीन दर्जन रेलगाडघ्यिां देरी से चल रही हैं। 5 -6 घंटे की देरी से चल रही हैं और कई रद्द भी की गई हैं। दिल्ली में उड़ानों की आवाजाही पर कोहरे का कहर दिख रहा है । हवाईअड्डे पर रात तीन बजे के करीब दृश्यता मात्र पचास मीटर से भी कम रह गई थी। दस उड़ानों पर कोहरे का असर पड़ा है जो अपने समय से नहीं रवाना हुई हैं।