जयपुर। केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने देश में दालों की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई है। दो सालों से दालों की पैदावार कम हो रही है। दालों की कीमतें नियंत्रित रहे इसके लिए राज्यों को पत्र लिखकर डिमांड मांगी गई है। ताकि केन्द्र सरकार उस अनुपात में दालों का आयात कर सके।
पासवान शनिवार को जयपुर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्पादन और मांग में अंतर के कारण दालों की कीमतें बढ़ी है। राज्य सरकारों को जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि देश में पिछले साल 226 लाख टन दालों की मांग थी लेकिन 170 लाख टन का ही उत्पादन हुआ। इस वर्ष भी 232 लाख टन दालों की खपत रहेगी लेकिन उत्पादन केवल 170 लाख टन होने का अनुमान है। ऐसे में करीब 65 लाख टन दालों की अतिरिक्त व्यवस्था करनी होगी। इसलिए राज्यों को पत्र लिखकर दालों की खपत की जानकारी मंगाई गई है।
दालों के बढ़ते दामों को लेकर किए गए सवाल पर पासवान ने कहा कि दाल की कीमतें फिर आसमान पर नहीं जाए इसके लिए एडवांस में दाल का स्टॉक किया है। एफसीआई के जरिए भी दाल की खरीद हो रही है। अब तक खाद्य निगम 50 हजार टन दाल खरीद कर चुका है। 25 हजार टन दाल बाहर से खरीदी है।
केन्द्रीय मंत्री ने कोटा अलवर में गेहूं घोटाले को अधिकारियों की लापरवाही माना है। विधानसभा के बजट सत्र में भी यह मामला उठा था। गेहूं घोटाले का मामला केंद्र सरकार तक पहुंच जाने के बाद इसे लेकर सफाई देते हुए केंद्रीय मंत्री ने भी इस प्रकरण में गेहूं की कालाबाजारी होने की आशंका जताई है।
पासवान ने कहा कि भरतपुर से 36 लाख टन गेहूं अलवर के लिए रवाना हुआ था, इसमें से 32 लाख टन एफसीआई गोदाम पहुंच गया लेकिन 4 लाख टन गेहूं अधिकारियों ने सीधे ही जिला उपभोक्ता भंडारों को पहुंचा दिया था। इसे लेकर अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठे है। इस संबंध में 10 अधिकारियों के खिलाफ 5 डिपो मैनेजरों के तबादले और 10 चार्जशीट भी थमाई गई है।
केंद्रीय मंत्री पासवान ने बाजार में बिक रहे बोतलबंद पानी की शुद्धता के लिए मानक निर्धारित करने की आवश्यकता भी जताते हुए कहा कि इनकी रेट को लेकर भी उपभोक्ताओं को जागरूक रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिनेमाघरों एवं सितारा होटलों के अंदर और बाहर दोनों ही स्थानों पर बोतल बंद पानी की रेट में फर्क आता है तो यह गलत है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भारतीय खाद्य निगम के पास रबी विपणन वर्ष 2016-17 के गेहूं खरीद के भण्डारण एवं अन्य संसाधनों की समुचित व्यवस्था है। निगम के पास करीब 17.35 लाख मैट्रिक टन भण्डारण क्षमता है, निगम अपने गोदामों के स्थानों पर वैज्ञानित पद्धति से भण्डारण करता है।
दालों की कीमतों पर बगले झांकने लगे अधिकारी
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने खाद्य विभाग के अधिकारियों से पत्रकारों के सवाल का जवाब देने के लिए दालों की कीमतें पूछी तो अधिकारी बगलें झांकने लगे और गलत कीमतें बता दी। इस पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि रिलायंस फ्रेश से दालों की कीमतें ले आए क्या, बाजार की कीमतें बताईए। बाद में प्रदेश के खाद्य मंत्री हेमसिंह भड़ाणा ने दालों की सही कीमतें बताई।