पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत में बच्चे की बलि देने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यह बलि पिछले माह 22 नवम्बर को दी गई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि सुनगढी क्षेत्र के रूपपुर कमालू गांव का रहने वाला तीसरी कक्षा का छात्र प्रान्शु 21 नवम्बर को घर से बाहर खेल रहा था और गायब हो गया। दो दिन बाद 23 नवम्बर को प्रान्शु का शव गांव के बाहर गन्ने के खेत में कान और एडी कटी हुई अवस्था में मिला।
उसके परिजनों ने पहले तो यह सोचा कि बच्चा किसी जंगली जानवर के हमले में मारा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बालक की गला दबाकर हत्या की गई है। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि तांत्रिक दुर्गेश का गांव में ही रहने वाली एक महिला के घर आना जाना था जिसे वह अपनी मुंहबोली बहन बताता है।
मंुहबोली बहन की शादी के 11 साल बाद भी कोई बच्चा नहीं हुआ। माना यह जा रहा है कि सन्तान उत्पत्ति के लिए ही नरबलि दी गई है। आरोपी तांत्रिक ने अपने जुर्म का इकबाल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है।