नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस महीने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर संयुक्त राष्ट्र में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को प्रतिबंधित किए जाने के भारत के प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल करने का मुद्दा उठाएंगी।
जानकारी के अनुसार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आगामी 18 अप्रैल को मास्को में भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगी।
इस दौरान सुषमा बैठक में हिस्सा लेने वाले चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय घटनाक्रम पर विस्तृत चर्चा करेंगी।
साथ ही वह सरगना मसूद अजहर को प्रतिबंधित किए जाने के भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र में चीन द्वारा वीटो पावर का इस्तेमाल करने के मुद्दे को भी गंभीरता के साथ उठाएंगी।
नई दिल्ली ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद को प्रतिबंधित करने के अपने कदम को बाधित करने को लेकर चीन से नाराजगी जाहिर की है। चीन ने दूसरी बार ऐसा किया है।
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 लोगों की सूची में शामिल कराने के लिए फरवरी में संयुक्त राष्ट्र से संपर्क किया था।
भारत ने यह कदम दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकी संगठन जैश के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद उठाया था। लेकिन चीन ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति से अनुरोध किया कि अजहर को प्रतिबंधित करने के कदम पर आगे न बढ़ा जाए।
बीजिंग का मानना है कि अजहर एक आतंकवादी के रूप में प्रतिबंधित किए जाने के निर्धारित संयुक्त राष्ट्र के मानदंडों को पूरा नहीं करता।
मसूद पर चीन फिर दे सकता है धोखा : आरके सिंह
पूर्व गृह सचिव आर.के सिंह ने आशंका जताई है कि आतंकी मसूद अजहर को प्रतिबंधित आतंकवादी सूची में डालने के भारत के दूसरे प्रयास पर भी पाकिस्तान और चीन पानी फेर सकता है।
आरके सिंह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान पूरी कोशिश करेगा कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरंगना मसूद अजहर प्रतिबंधित आतंकवादी सूची में शामिल न हो पाए। यहां यह देखना होगा कि चीन क्या फैसला लेता है लेकिन मुझे लगता कि चीन इसके लिए तब तक सहमत नहीं होगा, जब तक कि उसका करीबी दोस्त पाकिस्तान उससे ऐसा करने को न कहे।
चीन वही करेगा जो पाकिस्तान कहेगा क्योंकि वे दोनों रणनीतिक सहयोगी हैं। सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आतंकी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में डालने की अनुमति नहीं देने देगा।
जानकारी हो कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 लोगों की सूची में शामिल कराने के लिए फरवरी में संयुक्त राष्ट्र से संपर्क किया था।
लेकिन संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य होने के नाते चीन ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र को मसूद अजहर को प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया था। चीन ने दूसरी बार ऐसा किया है।