कानपुर। गिनीज बुक में नाम दर्ज करा चुकी धाविका मिचेल कक्कड़ मुम्बई से दौड़ शुरू कर मंगलवार रात कानपुर पंहुच गई। बातचीत में उन्होंने बताया कि मंगलवार को पनकी पड़ाव के चांद छाप यूरिया आफिस के पास दौड़ को समाप्त किया है। सुबह वहीं से शुरू कर कानपुर को पार करेंगी।
गौरतलब है धाविका राजस्थान के सहारा मरूस्थल में दौड़ कर गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करा चुकी हैं। उनके पति अनिल कक्कड़ ने बताया कि बेटियों का प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए मिचेल ने मुम्बई से कोलकाता तक की दौड़ लगाने की ठानी है।
दो माह पहले मुम्बई से दौड़ शुरू की थी जो मंगलवार को कानपुर के पनकी पडाव तक पंहुच गई है। पति का कहना है कि प्रतिदिन लगभग 35 से 40 किलोमीटर की दौड़ की जाती है। मिचेल के साथ हम लोग गाड़ी में उनका पूरा साथ देते हैं।
बुधवार को पनकी पड़ाव के आगे दौड़ शुरू की जाएगी। बातचीत में मिचेल ने बताया मैं दो बच्चों की मां हूं इसके बाद भी रोजाना 35 से 40 किलोमीटर दौड़ रही हूं जिससे लड़कियों का आत्मबल बढ़ेगा।
बेटी बढ़ाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान अच्छा
बातचीत में मिचेल कक्कड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बेटी बढ़ाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान बहुत अच्छा है। मोदी के इस अभियान से लोगों में बेटियों के प्रति तिरस्कार की भावना कम हो रही है। जिससे आने वाले दिनों में जहां बेटियों को लोग लड़कों के बराबर समझने लगेगें तो वहीं लिंगानुपात में भी बढ़ोत्तरी होगी।
बिहार मे नहीं लगेगा डर
कानपुर होते हुए मिचेल को बिहार प्रदेश को पार करके कोलकाता जाना है। जब उनसे पूंछा गया कि बिहार में आपको डर नहीं लगेगा तो उन्होंने तपाक से जवाब दिया कि अब वह बिहार नहीं रहा। मुझे विश्वास है कि मैं बिना डर के दौड़ को पूरी करूगीं।