सबगुरु न्यूज उदयपुर। मैक्सिको, चेकोस्लोवाकिया, फ्रांस, हंगरी आदि देशों से उदयपुर आए विदेशी विद्यार्थियों को भारत की संस्कृति के साथ यहां का खाना और खाना खाने का तरीका बेहद पसंद आया है। नीचे बैठकर, आलथी-पालथी लगाकर और परिवार के साथ बैठकर भोजन की विशेषता ने उन्हें प्रभावित किया है।
यह अनुभव मंगलवार को उदयपुर में आए हुए इन बच्चों ने मीडियाकर्मियों के सामने रखा। लायन्स क्लब के स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत 16 से 21 साल की उम्र के कुल 21 विद्यार्थी उदयपुर आए। ये सभी सुबह प्रताप गौरव केन्द्र देखकर अभिभूत हो गए। उनके साथ धोल की पाटी सरकारी आवासीय विद्यालय के बच्चे भी थे।
सुबह से भले ही दोनों देशों के बच्चे घुल-मिल नहीं पाए, लेकिन दोपहर होते-होते वे एक-दूसरे को इशारों से अपनी बात समझाने लगे। विदेशी बच्चों ने इशारों में बातें पूछीं और यहां के बच्चों ने इशारों में उन्हें समझा दिया। विदेशी बच्चों ने मीडिया को बताया कि उन्हें गर्व है कि वे भारत आ सके और भारत के बच्चों के साथ मिल सके। उन्होंने बताया कि भारत की संस्कृति के तो वे पहले ही मुरीद थे, यहां का व्यंजनों की विविधता भी उन्हें पसंद आई। हां, मिर्च वे थोड़ी कम ही पसंद करते हैं।
सभी बच्चे दोपहर बाद भारतीय लोक कला मण्डल पहुंचे। वहां उन्होंने कठपुतली का शो देखा। यहां विदेशी बच्चों ने अपने हाथों से धोल की पाटी के 110 विद्यार्थियों को छाता दिया। लायन्स क्लब के अध्यक्ष अनिल नाहर ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत बच्चे आते हैं और यहां के कई स्थलों पर भ्रमण के साथ धोल की पाटी स्कूल जाकर बच्चों से मिलते हैं। इस स्कूल में ज्यादातर जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राएं हैं। धोल की पाटी स्कूल को क्लब ने गोद ले रखा है।