नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच नील हागुड का कहना है कि रियो ओलंपिक में खराब प्रदर्शन के आत्ममंथन में काफी समय निकल गया और अब उनकी टीम को इससे उबरकर इस महीने के आखिर में होने वाली एशियाई चैम्पियंस ट्राफी में उम्दा प्रदर्शन करना होगा ।
हागुड ने एक पत्रकार संमेलन में कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं कि यह टीम काफी प्रतिभाशाली है। उनके हाथों में जान है लेकिन फिटनेस का स्तर बेहतर करना होगा । आधुनिक हाकी काफी चुनौतीपूर्ण है और लड़कियों को अपनी रफ्तार बेहतर करनी होगी । हमें तेज रफ्तार खिलाड़ी चाहिेय ।’
उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक अब अतीत की बात है और इसके बारे में सोचते रहने का कोई फायदा नहीं । हमें अपनी गलतियों से सबक लेकर बेहतर प्रदर्शन करना होगा।’
उन्होंने कहा ,‘एशियाई चैम्पियंस ट्राफी में चुनौती ओलंपिक जितनी कठिन नहीं है । हमारी टीम को अपने ओलंपिक अनुभव का इस्तेमाल करके बेहतरीन हाकी खेलनी होगी।’
चौथी एशियाई चैम्पियंस ट्राफी सिंगापुर में 29 अक्तूबर से छह नवंबर तक खेली जायेगी। भारत के अलावा इसमें कोरिया, चीन, जापान और मलेशिया भाग ले रहे हैं ।
कोच ने कहा, ‘टीम पिछले तीन सप्ताह से भोपाल के साइ सेंटर में अभ्यास कर रही है और तरोताजा है ।’ एशियाई चैम्पियंस ट्राफी के लिये कप्तान सुशीला चानू को आराम दिया गया है जिनके घुटने का आपरेशन हुआ है । उनकी जगह वंदना कटारिया कप्तान होगी।’