आजमगढ़। भाजपा के पूर्व बाहुबली सांसद रमाकान्त यादव के भतीजे और फूलपुर ब्लाक से पूर्व ब्लाक प्रमुख विरेन्द्र यादव की जेल में संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई।
विरेन्द्र की मौत से आजमगढ़ जिले का सियासी पारा गर्म हो गया। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पूर्व सांसद के पुस्तैनी घर सहित जिला चिकित्सालय को छावनी में तब्दील कर दिया है और भारी मात्रा में पुलिस और पीएसी के जवानो को तैनात किया गया है।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में पिछले लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह के प्रतिद्धंदी रहे भाजपा के पूर्व बाहुबली सांसद रमाकान्त यादव के भतीजे पूर्व ब्लाक प्रमुख विरेन्द्र यादव की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई।
विरेन्द्र की पत्नी वर्तमान में ब्लाक प्रमुख का चुनाव लड़ रही थीं और एक सप्ताह पूर्व चुनाव के दौरान सपा समर्थकों और पूर्व प्रमुख के समर्थकों के बीच जमकर फायरिंग भी हुई थी जिसमें विरेन्द्र यादव को पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेजा था लेकिन तीन दिन पूर्व विरेन्द्र यादव की पत्नी अर्चना यादव ब्लाक प्रमुख का चुनाव तो जीत गई लेकिन जेल में बन्द विरेन्द्र यादव की तबीयत खराब होने लगी और जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
भाजपा सांसद के भतीजे की मौत के बाद जिले का सियासी पारा गर्म हो गया और तनाव को देखते जिला अस्पताल में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स और पीएसी लगा दी गई है। वहीं भाजपा नेता व पूर्व सांसद दरोगा सरोज ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन की लापरवाही और सरकार की नाकामी के चलते जेल में मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कही भी कानून व्यवस्था नहीं है।
वही इस घटना के बाद जेल प्रशासन और जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने पूर्व सांसद के पुस्तैनी गांव अम्बारी, जिला मुख्यालय पर आरटीओ आफिस के आवास और जिला चिकित्सालय को छावनी में तब्दील करते हुए भारी मात्रा में पीएसी और पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया है।