नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य सोमवार को पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।
चौथी बार के विधायक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति में भगवा दल में शामिल हुए और उन्होंने दावा किया है कि यदि उन्हें पार्टी नेतृत्व से भरपूर समर्थन मिलता है तो पार्टी राज्य में मजबूत बहुमत के साथ सत्ता में आएगी।
पार्टी के 11 अशोक रोड स्थित केन्द्रीय कार्यालय में सोमवार सुबह से ही चहल-पहल थी। असल में यह सारी कवायद स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा में शामिल होने को लेकर थी। मौर्य के साथ शिवपुर से विधायक उदय लाल और कुछ एमएलसी और एमएलए ने भी भाजपा का झंडा थाम लिया है।
अगले वर्ष यूपी विधानसभा चुनाव के मददेनजर आज के घटनाक्रम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मौर्य उत्तर प्रदेश में ओबीसी वर्ग के प्रमुख नेताओं में शुमार हैं। मौर्य के भाजपा में शामिल होने पूर्वांचल में चुनावी फायदा हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में पडरौना से विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य 22 जून को बसपा सुप्रीमो मायावती पर टिकट बेचने को आरोप लगाने के बाद से पार्टी से अलग हो गए थे। इसके बाद से मौर्य लगातार भाजपा के कुछ नेताओं के संपर्क में थे।
बीजेपी में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में सर्वसमाज का विकास हो रहा है। मौर्य ने कहा कि यूपी में जिस तरह से भतीजे और बुआ की मिलीभगत है उससे प्रदेश की जनता का बुरा हाल है।