नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक एवं पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक का सोमवार सुबह निधन हो गया। 96 वर्षीय मधोक पिछले काफी समय से अस्वस्थ थे।
25 फरवरी 1920 को जम्मू-कश्मीर में जन्मे बलराज मधोक जम्मू-कश्मीर प्रजा परिषद के संस्थापक और मंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक, भारतीय जन संघ के एक संस्थापक और अध्यक्ष रहे हैं। 96 वर्षीय मधोक दो बार लोकसभा के सदस्य भी बने।
जनसंघ का संविधान लिखने वाले मधोक का दावा था कि उन्होंने ही सबसे पहले 1968 में राम मंदिर को हिंदुओं को सौंपने की मांग की थी। वर्ष 1947 में कश्मीर को बचाने, भारतीय जनसंघ की 1951 में स्थापना और ऊंचाईयो तक ले जाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बलराज मधोक को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा ‘बलराज मधोक का निधन हो गया है, भारत ने एक महान बुद्धिजीवी, विचारक और समाज सुधारक को खो दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे’।
साथ ही, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने भी भारतीय जनसंघ के संस्थापक बलराज मधोक के निधन पर दु:ख जताया है।
विचारों के प्रति समर्पित व्यक्तित्व नहीं रहा: भैयाजी
जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष बलराज मधोक के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश उपाख्य भैयाजी जोशी ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा है कि बलराज मधोक के निधन पर श्रद्धांजलि।
श्रद्धेय बलराज मधोक के स्वर्गवास का समाचार हम सभी के लिए अत्यंत दुखद है। उनका जीवन देश के लिए समर्पित रहा। समाज एवं राष्ट्र के प्रति संवेदनशील रहा। भैयाजी ने कहा कि देश विभाजन के समय उनके नेतृत्व में किया गया कार्य देशभक्तों के अंतःकरण में सदा ही स्मृति में बना रहेगा।
अत्यंत कर्मठ, समर्पित, विचारों के प्रति प्रतिबद्ध एवं अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु अध्ययन सिद्ध व्यक्तित्व आज हमारे मध्य नहीं है। उनके समस्त परिवारजनों एवं स्नेहीजनों को इस दुखद घटना पर हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं। हम सभी स्वयंसेवकों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इश्वर उनकी पवित्र आत्मा को शांति एवं सदगति प्रदान करे।