भोपाल। पद से हटाए जाने के बाद से ही प्रदेश के पूर्व जेल एवं गृह मंत्री बाबूलाल गौर अपने रवैये के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं।
विगत दिनों विधानसभा के मानसून सत्र में उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार को ही घेरने का प्रयास किया, जिसके चलते मीडिया में छाए रहे। अब एक बार फिर बाबूलाल गौर कांग्रेस का झंडा हाथ में थामकर विवादों में घिर गए हैं।
कांग्रेस विधायक आरिफ अकील द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हर साल पैगाम ए मोहब्बत रैली का आयोजन किया जाता है। इस साल भी यह रैली आयोजित की गई, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री बाबूलाल गौर शामिल हुए। रैली का उद्घाटन करते हुए उन्होंने हाथ में कांग्रेस का झंडा थाम रखा था, जिसके चलते वह फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।
जुलाई माह के अंत में ही 75 साल से ऊपर के नितिगत दायरे में आने के बाद बाबूलाल गौर को मंत्री पद से हटाया गया था। तभी से अपनी पार्टी और सरकार को घेरने की कोशिश करते दिख रहे हैं और विवादों में फंस जाते हैं।
विधानसभा के मानसून सत्र में उन्होंने कहा था कि मप्र सरकार कर्ज लेकर घी पी रही है। इंदौर और भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर भी उन्होंने विधानसभा में सरकार को घेरने की कोशिश की और विपक्ष की वाहवाही लूटी थी।
अब स्वतंत्रता दिवस पर आरिफ अकील की पैगाम ए मोहब्बत रैली का उद्घाटन करते समय उन्होंने कांग्रेस का झंडा हाथ में पकड़ा, तो यह तस्वीर मीडिया में वायरल हो गई।
सोशल मीडिया पर जहां बाबूलाल गौर कांग्रेस का झंडा हाथ में पकडक़र छाए हुए हैं, तो वहीं पार्टी विरोधी काम के चलते विवादों में फंस गए हैं। देखना है कि गौर का यह कारनामा क्या गुल खिलाता है?