नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने अग्नेयाशास्त्र रखने के मामले में पूर्व विधायक रामबीर शौकिन पर ‘महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम‘ मकोका लगा दिया है।
रामबीर शौकिन पर अपने भांजे कुख्यात अपराधी नीरज बवाना के साथ मिलकर अपराधिक गतिविधि चलाने का आरोप है।
2013 में रामबीर शौकिन मुंडका से विधायक थे वह उस समय आम आदमी पार्टी ‘आप‘की अल्पमत वाली सरकार का समर्थन किया था। बाद में वह अपनी पत्नी सहित कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
2014 के विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडे पर आप के उम्मीदवार से हार गए।
रामबीर पर मकोका लगाने की पुष्टि करते हुए विशेष सखा के अधिकारी ने बताया पूर्व विधायक पर भांजे एवं कुख्यात अपराधी नीरज बवाना के साथ मिलकर आपराधिक गिरोह को संचालित करने का आरोप है।
दोनों अवैध वसूली में लिप्त रहे हैं। इसी के चलते रामबीर पर मकोका लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि विशेष सखा ने छह अप्रैल को नीरज को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में मालूम हुआ था कि रामबीर अपने भांजे के साथ अपहरण, हत्या एवं फिरौती जैसी वारदातों में लिप्त था।
नीरज ने बताया कि रामबीर उसे हर तरह की सहायता मुहैया कराता था। उसने बताया था कि 2013 के विधानसभा चुनाव में लड़ने के लिए अपने मामा को करीब 40 करोड़ भी वसूली के जरिए दिए थे।
विशेष सखा ने उत्तराखंड पुलिस से लूटी गई एके 47 राइफल को जिस प्लॉट से बरामद किया था, उसे रामबीर शौकीन का बताया गया था। इसके बाद से ही पुलिस रामबीर शौकीन के रिकार्ड को खंगाल रही थी।
हथियार की बरामदगी के बाद पुलिस ने पूर्व विधायक को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन करीब एक महीने से शौकीन फरार हैं।
दिल्ली की एक अदालत ने 20 अप्रैल को शौकीन के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। विशेष सखा ने अदालत में कहा था कि रामबीर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
मामले में 29 अप्रैल तक पुलिस को जवाब दाखिल करना था, लेकिन शौकीन का अभी तक पता नहीं चला है।