काठमांडू/इस्लामाबाद। नेपाल में लापता हुए पाकिस्तान सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पूर्व सैनिक की गुमशुदगी में भारतीय खुफिया एजेंसी का हाथ हो सकता है।
पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल मुहम्मद हबीब जहीर की नेपाल पुलिस तलाश कर रही है। हबीब एक नौकरी के लिए साक्षात्कार देने गुरुवार को नेपाल आए थे। वह लुंबिनी पहुचंने के बाद से लापता बताए जा रहे हैं।
काठमांडू स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने नेपाल के विदेश अधिकारियों से कहा है कि वह हबीब को ढूंढने में मदद करें। लापता पूर्व सैनिक के बेटे साद हबीब ने कहा है कि उनके पिता मस्कट होते हुए काठमांडू पहुंचे थे।
डॉन के मुताबिक साद हबीब ने कहा कि मुझे अंतिम बार उनकी कॉल छह अप्रेल को काठमांडू से आई थी और उन्होंने कहा था कि हवाईअड्डे पर जावेद अंसारी नामक व्यक्ति ने उनकी अगवानी की। उसके बाद से ही मेरे पिता लापता हैं।
पाकिस्तान सेना से तीन साल पहले सेवानिवृत्त हुए कर्नल हबीब नौकरी की तलाश में यहां पहुंचे थे। एक सप्ताह पहले, उन्हें ब्रिटेन से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने अपना नाम मार्क थॉमस बताया था और उन्हें एक अच्छी नौकरी की पेशकश की थी।
लुंबिनी पहुंचने के बाद पाकिस्तानी अधिकारी का टेलीफोन डेड हो गया। साद हबीब ने कहा कि परिवार तथा मित्रों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जिस कॉल के ब्रिटेन से आने की बात कही गई थी, वह दरअसल कंप्यूटर से की गई थी और इसका ई-मेल डोमेन तथा इससे संबंधित वेबसाइट भारत में पंजीकृत है।
साद हबीब के मुताबिक, इस बात से चिंता पैदा हो गई है कि उनके अपरहरण में भारतीय खुफिया एजेंसियों का हाथ हो सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ से नेपाल पुलिस के प्रवक्ता सरबेंद्र खानल ने कहा कि हमने रुपनदेही जिले में स्थानीय अधिकारियों से गुमशुदगी के इस मामले को देखने को कहा है।
पाकिस्तान में अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अज्ञात ‘देश-विरोधी तत्वों’ के खिलाफ एक मामला दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है।