जयपुर। पाटियाला हाउस कोर्ट द्वारा कोयला घोटाले में आरोपी बनाए गए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को जयपुर पहुंचे, लेकिन कांग्रेस नेताओं व सुरक्षाकर्मियों ने पूरे दिन उन्हें मीडिया से बचाए रखा।
जयपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर दौसा में उन्होंने पंडित नवल किशोर शर्मा की प्रतिमा का अनावरण किया और शाम को वापस जयपुर से दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ी। कार्यक्रम में वे शर्मा के जीवन के बारे में बोले, लेकिन खुद के ऊपर उठ रहे सवालों पर मौन साधे रहे।
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोयला घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व संदेह के लायक ही नहीं है। इधर, जयपुर पहुंचकर सीधे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर पहुंचने को लेकर भी कई तरह की राजनीति चर्चाएं जोरों पर चल रही हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट को पार्टी में मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है, लेकिन मनमोहन की ओर से गहलोत को तवज्जो मिलने से कांग्रेस नेता चकित थे। मनमोहन सिंह एक घंटे से भी अधिक समय गहलोत के निवास पर रुके।
कार्यक्रम में केवल अशोक गहलोत ने जरूर कोयला घोटाले में मनमोहन को आरोपी बनाए जाने पर बोला। उन्होंने कहा कि दो दिन से कोयला घोटालों पर विवाद चल रहा है, लेकिन मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व संदेह लायक ही नहीं है। हालांकि इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने लायक बचा नहीं है।
इससे पूर्व हवाईअड्डे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने मनमोहन का स्वागत किया। यहां से पायलट के साथ वे सीधे गहलोत के निवास पहुंचे। इधर अशोक गहलोत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी अपने निवास पर व्यक्तिगत निमंत्रण के जरिए बुलाया था।
गहलोत ने सभी नेताओं को मनमोहन से मिलवाया। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं में पूर्व गवर्नर जगन्नाथ पहाडिय़ा, डॉ. कमला, बी.एल. जोशी जैसे नेता शामिल थे। दूदू में हुए कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सी.पी. जोशी भी मौजूद रहे।