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पेरिस। फ्रांस में मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए जर्मनविंग्स के विमान में सवार यात्रियों के शवों की तलाश सुबह फिर से शुरू कर दी गई। इस हादसे में 150 लोगों की मौत गई है।
खोजी अभियान के तहत दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान का ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर को ढूढंने मे सफलता प्राप्त हुई जिससे विमान के अंतिम समय में होने वाली गतिविधियों को जाना जा सकता है।
दरअसल, आल्प्स की पहाडि़यों में जहां यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ वह बेहद ही दुर्गम क्षेत्र है और इस बात की आशंका जताई जा रही है कि शवों को खोजने का काम कई दिनों तक जारी रह सकता है।
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लुफ्थांसा के सीईओ विंकेलमैन ने कहा कि ‘क्रैश होने से पहले विमान केवल आठ मिनट में 32 हजार फीट नीचे की तरफ गया था।’ उन्होंने बताया कि विमान ने स्पेन के बार्सिलोना हवाईअड्डे से स्थानीय समय दस बजकर एक मिनट पर जर्मनी के लिए उड़ान भरी।
10: 35 मिनट पर विमान अपनी अधिकतम ऊंचाई 38,500 फुट पर पहुंचा। इस ऊंचाई पर विमान केवल एक मिनट ही ठहर पाया और फिर बेहद तेजी से नीचे की तरफ लपका। विमान से संपर्क 10.43 मिनट पर टूटा, उस समय विमान छह फीट की ऊंचाई पर था।
ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ के मुताबिक, प्रारंभिक जांच से इस बात के कोई संकेत नहीं मिलते कि प्लेन में कोई धमाका हुआ होगा क्योंकि विमान का जो मलबा दिख रहा है उस पर अंदर या बाहर से जलने के निशान नहीं हैं।
‘द गार्डियन’ के ही अनुसार विमान के पायलट की काबिलियत पर सवाल उठाना भी सही नहीं होगा क्योंकि उसे लंबी उड़ानों का खासा अनुभव था। पायलट को दस साल का एक्सपीरियेंस था और वह छह हजार घंटों की फ्लाइट्स ऑपरेट कर चुका था।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि क्रैश के पीछे आतंकी हमला होने के भी कोई संकेत नहीं मिलते क्योंकि विमान से आखिरी वक्त तक जो संवाद हुआ वो बहुत सामान्य था। उनके अनुसार हाइजैक होने की स्थिति में विमानचालक की आवाज में जो दहशत होती है वैसा कुछ आखिरी रेडियो कांटेक्ट में नहीं मिलता।
इस बीच, फ्रांस के विमानन अधिकारियों ने कहा कि क्रैश के पहले विमान चालक ने कोई आपातकालीन संकेत भेजे थे। अधिकारियों ने कहा है कि पायलट ने खतरे का कोई संकेत नहीं दिया था और क्रैश के ठीक पहले कंट्रोल रूम से उसका रेडियो कांटेक्ट टूट गया था।
वहीं, लुफ्थांसा एयरलाइंस के सीईओ थॉमस विंकेलमेन ने कहा कि विमान की प्रॉपर जांच की गई थी और उसमें तकनीकि तौर पर कोई खराबी नहीं थी।
एविशिएशन एक्सपर्ट और फ्लाइटग्लोबल मैगजीन के एडिटर डेविड लेरमाउंट ने कहा कि यह क्रैश हैरान कर देने वाला है क्योंकि इस बात के कोई संकेत नहीं मिलते कि उड़ान के दौरान इसमें धमाका हुआ या इसका इंजन फेल हुआ।
एक अन्य विशेषज्ञ टोनी केबल ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में कई बार मौसम साफ होने के बावजूद अचानक बादल सामने आ जाते हैं और इससे पायलट कन्फ्युज्ड हो जाते हैं। इस क्रैश की यह वजह भी हो सकती है।’
केबल को ये भी शंका है कि विमान में किसी कारण से ऑक्सीजन सप्लाइ कम हो गई होगी और इसके कारण पायलट समेत यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हुई होगी, इसी हड़बड़ी में पायलट का विमान से नियत्रंण कम हो गया होगा।
फ्रांस के गृहमंत्री ने कहा है कि जिस वक्त विमना दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस वक्त मौसम साफ था, इसलिए दुर्घटना का कारण खराब मौसम होना नहीं कहा जा सकता। कुछ विशेषज्ञों ने विमान में धमाके की आशंका से इनकार किया है।