पेरिस। भारत की राजधानी नई दिल्ली, नीदरलैंड और जर्मनी में प्रतिबंधित होने के बाद उबेर कंपनी को एक और झटका लगा है। अब फ्रांस में भी एक जनवरी से इस कंपनी की सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
फ्रांस के अंदरूनी मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को इसकी घोषणा की। यह कदम टैक्सी संघों के विरोध प्रदर्शन के बाद उठाया गया है। टैक्सी चालकों का कहना है कि इंटरनेट और एसएमएस से अपनी सेवाएं देने वाली उबेर कंपनी ने उनके व्यवसाय को बुरी तरह प्रभावित किया है।
फ्रांस में उबेर चार साल से अपनी सेवाएं दे रही है। मंत्रालय ने कहा कि इस साल एक कानून पारित किया गया है जो वर्ष 2015 से प्रभाव में आएगा जिसके तहत टैक्सी उद्योग और कार चालकों के लिए नियम ज्यादा कड़े होंगे।
मंत्रालय ने प्रवक्ता पिएरे हेनरी बे्रनडेट ने कहा कि इस कंपनी की सेवाएं न केवल गैरकानूनी है बल्कि उपभोक्ताओं के लिए गंभीर खतरा भी है। उबेर ने मंत्रालय के इस निर्णय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि पेरिस के एक न्यायालय ने व्यवसाय को प्रभावित करनेके आधार पर उबेर पर प्रतिबंध लगाने वाली याचिका पर सुनवाई से इन्कार कर दिया था।
अदालत ने कहा कि उबेर की सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने के बारे में आगे की कार्रवाई आपराधिक न्यायालय में होनी चाहिए। फ्रांस ने अक्टूबर में झूठे तरीके से व्यवसाय करने के लिए उबेर पर एक लाख यूरो का जुर्माना लगाया था। उबेर पर भुगतान परिवहन के बजाय इसे शेयर टैक्सी कहकर प्रचलित करने का आरोप है और यह मामला अदालत में लंबित है।