सूरत। राजस्थान की राजधानी जयपुर की एक कंपनी ने सूरत के एक व्यापारी से यूरिया खाद के लिए 65 लाख रुपए ले लिए लेकिन उसे ऑर्डर के मुताबिक यूरिया की आपूर्ती नहीं कर धोखाधड़ी की। इस संबंध में सलाबतपुरा पुलिस ने माला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक घोड़दौड़ रोड नेहरुनगर सोसायटी निवासी निलेश पुत्र वसंत जरीवाला के साथ जे.एल.एन.मार्ग, मालवीयनगर जयपुर निवासी सुगरसिंह मीना ने धोखाधड़ी की। उधना दरवाजा स्थित रीवा हाउस में रीवा एक्सपोर्ट लिमिटेड के नाम से कारोबार करने वाले निलेश की 2013 में ग्रीन अर्थ सिस्टस लिमिटेड के क्षेत्रिय निदेसक सुगर सिंह के साथ मुलाकात हुई थी।
उस दौरान सुगरसिंह ने उन्हें यूरिया के व्यापार में अच्छा मुनाफा होने की बाते बता कर भरोसे में लिया। उसके साथ कारोबार करने की बात की। निलेश ने उस पर भरोसा कर नवबर 2013 में 25 हजार मैट्रिक टन यूरिया का ऑर्डर दिया तथा अलग अलग समय पर आरटीजीएस के जरिए 65 लाख रुपए अग्रिम भुगतान भी कर दिया। लेकिन सुगरसिंह ने ऑर्डर के मुताबिक यूरिया खाद नहीं भेजी।
इस सिलसिले में निलेश दो बार जयपुर गया तो सुगर सिंह ने उसे बताया कि जहां से यूरिया की सप्लाई हमारे पास आती है, वहां से फिलहाल माल नहीं आ रहा है। वहां स्थितियां ठीक नहीं होने के कारण डिलीवरी लेट हो रही है। उसके बाद जब भी उसने बात की तो वह लगातार बहाने बना कर टालता रहा और अग्रिम दी गई राश्रि भी नहीं लौटाई।
इस पर निलेश ने सलाबतपुरा पुलिस ने थाने में लिखित शिकायत देकर सुगरसिंह के खिलाफ गुरुवार रात प्राथमिकी दर्ज करवाई। यहां उल्लेखनीय है कि मूल रुप से कपड़े का कारोबार करने वाले निलेश ने दो दिन पूर्व ओडिसा की एक कंपनी के डिरेक्टर के खिलाफ भी को लौहे की आपूर्ति नहीं करने के संदर्भ में सवा करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था।