वलसाड। सूरत की एकता इन्टरप्राइजेज के मालिक से महर्षि पतंजली योग शिविरके नाम पर 64 लाख रुपए की ठगी की प्राथमिकी वलसाड के सिटी थाने में दर्जकराई गई है। इन्टरप्राइजेज के मालिक ने रुपए मांगने पर जान से मारने की धमकी देने और ठगी को लेकर दो लोगों को आरोपी बनाया है।
सूरत की एकता इन्टरप्राइजेज कंपनी के मालिक एकता सोनी ने पुलिस को बताया कि उनकी कंपनी बेडशीट, चादर, कम्बल आदि बनाने का काम करती है। जनवरी 2013 में एक समाचार पत्र के विज्ञापन के आधार पर कि महर्षी पतंजली योग सेवा ट्रस्ट को दो लाख बेडशीट की जरूरत है, उसने एक हजार रुपए का डिमाण्ड ड्राफ्ट उनके पते पर भेजा।
ट्रस्ट की ओर से हेमंत पारीख ने फोन कर उसे वलसाड आकर मिलने को कहा। वलसाड में ट्रस्ट के पारीख ने उसकी मुलाकात संस्था के हेड पदमनी साहू से कराई। साहू ने कहा कि उनकी संस्था बाबा रामदेव से जुड़ी है। संस्था को दो लाख चादरों की जरूरत है। चादरों को देशभर में भेजा जाएगा।
ऑर्डर तय करते हुए सैम्पल के तौर पर उसे एक हजार चादर भेजने को कहा गया। कंपनी मालिक ने मार्च 2013 में एक हजार बेडशीट भेजीं, लेकिन इन्हें यह कहकर वापस कर दिया गया कि इसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है। कंपनी की ओर से दोबारा एक हजार बेडशीट भेजी गईं तो दो लाख बेडशीट का आर्डर दिया गया।
कंपनी मालिक ने इतनी बड़ी संख्या में बेडशीट बनाने में असमर्थता जताते हुए कम मात्रा में आपूर्ति की बात की तो इसकी अनुमति दे दी गई। इसके बाद कंपनी की ओर से पहले 14 हजार और बाद में और बेडशीट की ट्रस्ट को आपूर्ति की गई, जिनकी कीमत करीब 64 लाख रुपए बताई गई।
ऑर्डर की राशि नहीं आने पर कंपनी ने जब इसकी मांग की तो वलसाड के बजाए ट्रस्ट के पर्चेज डिपार्टमेंट के हेड पदमनी साहू से उड़ीसा बात करने को कहा गया। उड़ीसा जाने पर पता चला कि वह किसी संस्था का हेड नहीं है और न ही उसका रामदेव की संस्था से कोई संबंध है।
ठगी की आशंका पर कंपनी मालिक ने वलसाड के पारीख से रुपए देने की मांग की तो उसने उसे धमकी देना शुरू कर दिया। कंपनी मालिक ने सिटी थाने में इसकी फरियाद कर हेमंत पारीख और पदमनी साहू को आरोपी बनाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।