पेरिस। फ्रांस में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार फ्रांस्वा फिल्लोन ने बुधवार को पुष्टि की कि कथित फर्जी नौकरी मामले में मजिस्ट्रेट ने उन्हें 15 मार्च को पेश होने के लिए समन भेजा है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से गुरुवार को मिली।
एक स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार फिल्लोन ने अपनी पत्नी और पांच में से दो बच्चों को संसदीय सहायक के रूप में सेवा देने के लिए 15 लाख यूरो भुगतान किए थे, जबकि उनके परिजनों ने इस तरह की कोई सेवा नहीं दी थी।
लेकिन 62 वर्षीय कंजर्वेटिव उम्मीदवार ने साफ कर दिया है कि वह चुनावी दौर से नहीं हटेंगे, जबकि पहले उन्होंने कहा था कि अगर उनके खिलाफ अधिकारिक रूप से जांच शुरू हुई तो वह राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ देंगे।
उन्होंने कहा कि केवल सार्वभौमिक मताधिकार, न कि अभियोजन तय करेगा कि गणराज्य का अगला राष्ट्रपति कौन बनेगा? मैं अपनी उम्मीदवारी नहीं छोड़ूंगा। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद फिल्लोन का चुनाव अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है और उन्होंने अपने समर्थकों से कानूनी जंग का प्रतिरोध करने को कहा है।
उन्होंने अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उल्लेखनीय है कि गत साल नवम्बर में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए प्राइमरी में वह फ्रांस की रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार चुने गए थे। यह पार्टी देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है।