मुंबई। टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (टीआईएफएफ) में अपनी फिल्म ‘पाहुना: द लिटिल विजिटर्स’ को मिली प्रतिक्रिया से अभिभूत अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि यही कारण है कि वह एक फिल्म निर्माता बनना चाहती थीं।
‘पहुना : द लिटिल विजिटर्स’ माता-पिता से बिछड़े तीन नेपाली बच्चों की कहानी बयान करती है जो वापस अपने घर जाने के लिए संघर्ष करते हैं।
प्रियंका ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह और फिल्म की निर्देशक पाखी ए. टायरवाला मंच पर महोत्सव के कला निर्देशक कैमरून बैली के साथ नजर आ रही हैं।
इस छोटेोीडियो के कैप्शन में प्रियंका ने लिखा कि ना शब्द सुनने के लिए कभी तैयार न हों, क्योंकि हमेशा कोई ऐसा होगा जो हां कहेगा। मुझे अपनी पहली महिला निर्देशक पाखी ए. टायरवाला पर गर्व है जिनमें तब इस फिल्म को नहीं छोड़ने का साहस दिखाया, जब लोगों को विश्वास ही नहीं था कि यह फिल्म बनाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि साहस के लिए बधाई, एक सुंदर कहानी को बताने की इच्छा के लिए जिसे हो सकता है कि लोग मुख्यधारा नहीं समझें.. लेकिन आज एक अंतर्राष्ट्रीय मंच टीआईएफएफ के वर्ल्ड प्रीमियर पर इस फिल्म के लिए तालियों की गड़गड़ाहट सुनीं जो बहुत लंबे समय तक सुनाई देगी।
अभिनेत्री ने इस मौके पर अपनी मां मधु चोपड़ा को भी धन्यवाद दिया। प्रियंका ने कहा कि मेरा दिल फिल्म देखने के बाद लोगों के खड़े होने और हमारे प्रयासों की सराहना करने से खुशी से भर गया। यही कारण है कि मैं फिल्म निर्माता बनना चाहती थी। फिल्म का पहला लुक कांस फिल्म फेस्टिवल में जारी हुआ था।