नई दिल्ली। चंदे के चक्रव्यूह में फंसी आम आदमी पार्टी ने स्वयंसेेवी संगठन आवाम, उसे चंदा देने वाली कंपनियों और भारतीय जनता पार्टी में सांठगांठ होने का आरोप लगाते हुए सरकार को इस मामले की तत्काल जांच करानेे की चुनौती दी ताकि साजिश का पर्दाफाश हो सके।
आप नेताओं ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पारदर्शी ढंग से चंदा लिया है तथा किसी कंपनी ने इसमें कोई गड़बड़ी की है तो सरकार इसकी जांच कराए। उसके पास सारी मशीनरी है। आप ने भाजपा, कांग्रेस तथा उसे मिले चंदे की जांच सुप्रीमकोर्ट के निगरानी में विशेष जांच दल से कराने की अपनी मांग भी दोहराई। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आप पर मनी लांड्रिंग का आरोप लगाया है जिससे साफ होेता है कि उनके पास सबूूत हैं।
आप नेता आशीष खेतान ने सरकार को चुनौती दी कि वह इस आरोप को सही सिद्ध करके दिखाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिल्ली विधानसभा के कुछ दिनों पहले आप पर इस तरह के आरोप लगाए गए हैं उससे लगता है कि इसका खुलासा करने वाले संगठन आवाम, संबद्ध कंपनियों और भाजपा में मिलीभगत है। उन्होंने सरकार को इसकी जांच कराने की चुनौती देते हुए कहा कि यदि मंगलवार शाम तक ऎसा नहीं किया गया तो आप खुद जांच एजेंसियों के पास जाकर इस मामले की जांच कराने का आग्रह करेंगे ताकि इस साजिश का पर्दाफाश हो सके और असलियत लोगों के सामने आ सके।
खैतान और योगेंद्र यादव ने कहा कि आप राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंंदे को पारदर्शी बनाना चाहती है और इस दिशा में प्रयास कर रही है। उसका मानना है कि चंंदा चेक से आए। ऎसी पंजीकृत कंपनियों से चंदा लिया जाए जिसका बैंक खाता हो तथा पैन कार्ड हो। किसी कंपनी ने कानून तोड़ा है तो सरकार को उसके खिलाफ जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो संबद्ध बैंकों से पूछताछ कर पांच मिनट में असलियत जान सकती है।
आशुतोष ने वित्त मंत्री अरूण जेटली पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जेटली हम पर आरोप लगाने की बजाय मामले की जांच क्यों नहीं कराते जिससे पता लगे कि इन कंपनियों के पीछे कौन है।