

नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान गजेंद्र सिंह की खुदकुशी के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। मामले में दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त जिला मेजिस्ट्रेट को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को जो रिपोर्ट सौंपी है उसके मुताबिक गजेंद्र को आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान कुछ लोगों ने पेड़ पर चढ़ने के लिए उकसाया था।
गजेंद्र खुदकुशी मामले में पुलिस ने दो चश्मदीदों के बयानों को आधार बनाया है। पुलिस का कहना है कि चश्मदीदों का दावा है कि पेड़ पर चढऩे के लिए कुछ लोग गजेंद्र सिंह को उकसा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस इन दोनों चश्मदीदों को इस मामले में अहम गवाह बना सकती है।
दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में गजेंद्र सिंह की मौत को आत्महत्या नहीं बल्कि हादसा बताया है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसान गजेंद्र खुदकुशी करना नहीं चाहता था।
पुलिस ने कहा कि कुछ लोग उसे पेड़ पर चढऩे के लिए उकसा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की जांच तीन बिंदुओं पर आधारित है। पहला द्वारका के एक शख्स को गजेंद्र ने फोन किया था जब वह कुरुक्षेत्र से आया था। दूसरा जिससे उसने अगले दो दिन में मिलने का वादा किया था। तीसरा परिवार का बयान जिसमें परिवार ने कहा है कि गजेंद्र ने फोन कर कहा था कि मुझे टीवी पर देखो।
दिल्ली सरकार ने गजेंद्र की मौत की जांच डीएम को सौंपी थी जबकि दिल्ली पुलिस खुद मामले की जांच पर अड़ी रही। डीएम ने पुलिस से रिपोर्ट भी मांगी थी लेकिन तब पुलिस ने डीएम को रिपोर्ट देने से इनकार किया था। अब दिल्ली पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में जंतर-मंतर पर 22 अप्रैल को आम आदमी पार्टी ने भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसान रैली बुलाई थी। रैली के दौरान ही राजस्थान के दौसा जिले के गांव नांगल झामरवाड़ा गांव के रहने वाले 41 वर्षीय किसान गजेंद्र ने पेड़ पर चढक़र फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
रैली में उस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित उनकी सरकार में मंत्री और विधायक के अलावा पार्टी के सांसद भी मौजूद थे। घटना के समय आप नेता कुमार विश्वास और संजय सिंह भाषण दे रहे थे।
इसके बाद मंच केजरीवाल ने संभाला और उनका भाषण गजेंद्र की मौत के 20 मिनट बाद तक जारी रहा। इस मामले को लेकर केजरीवाल और आप नेताओं को काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।