भोपाल। प्रथम पूज्य, विध्र हरता भगवान गणेश एक बार फिर दस दिनों के लिए सभी के घरों में मेहमान बन कर आ रहे हैं।
भगवान गणेश हमेशा अपने भक्तों पर विशेष कृपा बनाए रखते हैं। उन्हें खुश करना किसी के लिए कठिन कार्य नहीं होता हैं। उनका आव्हान मात्र कर लेने से मनुष्य अपने समस्त कष्टों से मुक्त हो जाता हैं।
शास्त्रों में कहा गया है कि यदि आप अपनी राशि अनुसार भगवान गणेश की पूजा करें तो उनकी कृपा तुरंत प्राप्त होती है और हर संकट से मुक्ति मिलती है। इस बार गणेश चतुर्थी पर आप भी अपनी राशि अनुसार गणेशजी के मंत्रों का जाप कर अपने समस्त कष्टों को दूर कर सकते हैं।
मेष तथा कर्क राशि
मेष (चू, च, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ) तथा कर्क राशि (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो) वालों को वक्रतुण्ड रूप में गणेश जी की आराधना करनी चाहिए और ॐ वक्रतुण्डाय हूं मंत्र का जप करना चाहिए। इससे उन्हें गणेशजी की कृपा शीघ्रातिशीघ्र प्राप्त होती है।
वृषभ, तुला, कुंभ तथा मकर राशि
वृषभ (इ, उ, ए, ओ, वा, वि, वू, वे, वो), तुला (रा, री, रू, रे, री, ता, ती, तू, ते), कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू,से, सो,दा) तथा मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी) राशि वाले लोगों को शक्ति विनायक गणेशजी आराधना करनी चाहिए और साथ ही साथ ॐ हीं ग्रीं हीं मंत्र का जप करने से उनकी समस्त इच्छाएं पूरी होती हैं।
मिथुन, सिंह तथा कन्या राशि
मिथुन (का, की, कू , घ, ड, छ, के, को, हा), सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे) तथा कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो) राशि वाले लोगों को गणपति के लक्ष्मी गणेश स्वरूप की आराधना करना शुभ रहता है। उन्हें गणेशजी की पूजा के लिए ॐ गं गणपतये नम: मंत्र का जप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
जिन लोगों की राशि वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू) हो उन्हें श्वेतार्क गणेश की आराधना करना अनुकूल फल देता है। उन्हें पूजा में ॐ नमो भगवते विनायकाय प्रसन्नाय हीं स्वाहा मंत्र का जप करना चाहिए।
धनु राशि
धनु (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे) राशि वाले लोगों को भी भगवान गणपति के ‘लक्ष्मी गणेश’ स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। साथ ही उन्हें ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं वशमानय स्वाहा का जाप करना चाहिए।
मीन राशि
मीन (दी, दु, थ, दे, दो, चा, ची) राशि वाले लोगों को गणेशजी के ‘हरिद्रा गणेश’ स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। पूजा के समय ॐ गं गणपतये नम: मंत्र का जप करने से सभी प्रकार के सौभाग्य की प्राप्ति होती है।