भोपाल/इंदौर। अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को 10 दिनी गणेश उत्सव का समापन होगा। इस दिन महिलाएं भगवान अनंत नारायण की पूजा-अर्चना कर व्रत, उपवास भी करेंगी तथा घरों, पंडालों में स्थापित गणपति प्रतिमाओं का मुहूर्त के अनुसार विसर्जन किया जाएगा।
पंडितों का कहना है कि जब गणेश चतुर्थी पर मुहूर्त में गणपति प्रतिमाओं की स्थापना की गई तो विसर्जन भी मुहूर्त में किया जाना श्रेष्ठ रहेगा। राजधानी भोपाल से लेकर ग्रामीण अंचलों तक में गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।
इंदौर में इस पर्व की छटा अलग ही देखने को मिल रही है। शहर में इन दिनों गणेश पांडालों में जमकर भीड़ उमड़ रही है। साथ ही खजराना सहित बड़ा गणपति व अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पूजा-अर्चना व श्रृंगार दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। खजराना में अब तक 5 लाख से अधिक भक्तों ने पहुंचकर भगवान गणेश के दर्शन किए।
10 दिवसीय गणेश उत्सव के दौरान जगह-जगह गणपति प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही यहां रोजाना पूजा-अर्चना के साथ धार्मिक एवं अन्य सांस्कृतिक आयोजन भी किए गए। कल अनंत चतुर्दशी के अवसर पर भगवान की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
इस बार नगर निगम द्वारा 70 अस्थाई कुंड बनाए गए है जिनमें प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाएगा। पंडितों का कहना है कि गणेश विसर्जन मुहूर्त के अनुसार किया जाना श्रेष्ठ है।