जालोर। भैरुनाथ अखाङा के गादीपति महंत श्री1008 श्री श्री गंगानाथ महाराज सोमवार सुबह 9 बजे गाजे बाजे के साथ साधु-संतों की उपस्थिति व नाथजी के भक्तों के जनसैलाब के साथ रेवतङा की पावन धरा पर चातुर्मास के लिए रवाना हो गए।
देवासी दर्पण के संपादक जामताराम आल दांतवाङा ने बताया कि भैरुनाथ अखाङे के गादिपति को विदा करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था। गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते श्रद्धालुओं ने पीर शांतिनाथजी महाराज व महंत के जयकारे लगाते हुए अखाङे से शोभायात्रा निकाली।
रथ पर विराजमान गंगानाथ महाराज व साधु-संत सबसे आगे व उनके पीछे वाहन में पलासनी आश्रम के कैलाशनाथ महाराज, करङा आश्रम के काशीनाथ महाराज, सुराणा के मंगलाईनाथ महाराज, जागनाथ आश्रम के विश्वभारती महाराज सहित साधु-संत व श्रद्धालु चल रहे थे।
गंगानाथजी की शोभायात्रा सांफाङा पहुंचने पर ग्रामीणों व महिलाओं ने मंगल गीत गाकर संतों का भव्य स्वागत किया। महंत का केशवना आलासन व कतरासन सहित जगह-जगह विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया।
करीब 12 बजे रेवतङा पहुंचने पर ग्रमीणों ने महंतजी अगुवानी की सिर पर कलश लिए आई बालिकाओं ने संतों का सोमैया किया। महंत श्री 1008श्री श्री गंगानाथ महाराज रेवतङा गांव में स्थित श्री जलाधंरनाथजी मंदिर में चातुर्मास करेंगे।