चंडीगढ़। अमृतसर में एक हिंदू नेता की मौत में शामिल गैंगस्टर के फेसबुक पोस्ट के कारण पंजाब पुलिस को शर्मिदगी झेलनी पड़ी है। गैंगस्टर ने पोस्ट में अपने अपराधों को स्वीकार किया है। राज्य की पुलिस सराज संधू की तलाश कर रही है। उसने न सिर्फ हिंदू संघर्ष सेना के नेता विपिन शर्मा को मारने का जुर्म कबूला, बल्कि यह भी सुझाव दिया कि हत्या को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए।
पुलिस सूत्रों ने सोमवार को बताया कि संधू के सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की जा रही है। संधू 30 अक्टूबर को हुई हत्या के बाद से तीन आरोपियों के साथ फरार है। पुलिस सूत्र ने कहा कि हम इसकी जांच कर रहे कि सोशल मीडिया पर पोस्ट गैंगस्टर या उसके लिए किसी अन्य व्यक्ति ने डाला। उसे कुछ लोगों के संपर्क में होना चाहिए।
संधू ने पोस्ट में शर्मा की हत्या को सही ठहराया है। उसने दावा किया कि वह घटना बदला लेने के लिए की गई। शर्मा, संधू के दोस्त के पिता को मारने की साजिश में शामिल थे।
पंजाब पुलिस ने पिछले सप्ताह संधू की मां सुखराज कौर को अमृतसर के करीब सुल्तानविंड में स्थित उनके घर से अपने बेटे और अन्य अपराधियों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया।
संधू को सीसीटीवी फुटेज में शर्मा को सात गोलियां मारते हुए देखा जा सकता है। संधू के एक अन्य साथी का चेहरा ढंका हुआ था। उसने भी शर्मा पर गोली चलाई थी।
शर्मा की 30 अक्टूबर को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। चूंकि दोनों हत्यारों ने पगड़ी पहनी हुई और दाढ़ी बढ़ाई हुई थी, इसलिए पुलिस इस आशंका में काम कर रही थी कि शर्मा की हत्या सिख चरमपंथियों द्वारा की गई है।
पिछले दो वर्षो में कुछ हिंदू नेताओं को पंजाब में फिर से उभरने की कोशिश कर रहे खालिस्तानी तत्वों द्वारा लक्षित किया गया है।
शर्मा अमृतसर में हिंदू संघर्ष सेना के जिला अध्यक्ष थे। बटाला रोड के पास भरत नगर इलाके में उन्हें गोली मार दी गई थी। हमले में कम से कम चार हमलावर शामिल थे, पुलिस ने बाद में जानकारी दी।
राज्य पुलिस ने पिछले हफ्ते पंजाब में सक्रिय एक आतंकवादी समूह का पदार्फाश किया था, जो राज्य में हिंदू नेताओं की हत्या से जुड़ा था। समूह के पांच सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार बरामद किए गए।
आगे की जांच जारी है और इस मामले में अधिक गिरफ्तारी हो सकती है। आतंकवादी समूह ब्रिटेन, इटली और कनाडा में स्थित खालिस्तान तत्वों से जुड़ा हुआ है।