इंदौर। गैरेज संचालक को एक महिला आए दिन झूठे केस में फंसाने की धमकी देती थी जिससे तनाव में आकर व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना की जांच के बाद पुलिस ने आरोपित महिला के खिलाफ कार्रवाई की है। रविवार की रात पुलिस ने महिला के खिलाफ मृतक शब्बीर को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। पुलिस महिला की तलाश में जुटी हुई है।
भंवरकुआ इलाके के रिंग रोड़ पर गैरेज चलाने वाले शब्बीर पिता अब्दुल करीम (55) निवासी माणक चौक सांवेर ने 14 अक्टूबर की सुबह शब्बीर बॉड़ी वर्क्स कारखाने में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
घटना के बाद जमील खान पिता मोहम्मद निसार निवासी विजय पैलेस कॉलोनी ने मृतक का शव देख भंवरकुआं पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया।
पीएम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस द्वारा की गई पड़ताल में मृतक की पत्नी हमीदा पति स्व. शब्बीर खान, साक्षी इलियास पिता मेहबूब खां, मोहम्मद अशफाक उर्फ राजू पिता रफीक खान, आबेदा पति हबीब अली ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि गरिमा पति अशोक तोमर निवासी पिपल्याराव मृतक शब्बीर से तीन लाख रुपए या प्लॉट देने की मांग कर रही थी।
शब्बीर के मना करने पर गरिमा झूठे केस में फंसाने की धमकी आए दिन देती रहती थी। 13 अक्टूबर की रात इसी बात को लेकर गरिमा ने शब्बीर से विवाद किया था। इसी मानसिक प्रताड़ना से तनाव में आकर उसने अगली सुबह 8.30 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
आरोपित महिला मृतक के गैरेज के पास ही चाय की दुकान चलाती थी बताया गया है कि घटना के कुछ दिन पहले महिला की वो दुकान नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान हटा दी गई थी।
आरोपित महिला को शक था कि मृतक ने ही शिकायत कर उसकी दुकान हटवाई थी। इसी के कारण दुकान हटने के बाद से ही महिला मृतक को झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए रुपए या प्लॉट देने की मांग कर धमकाती रही थी।
संदिग्ध हालात में नाबालिग की मौत
बासी साबूदाने की खिचडी व पुलाव खाने के बाद नाबालिग छात्रा की तबियत बिगड़ गई। उसे तत्काल इलाज के लिए निजी अस्पताल मे भर्ती कराया गया। जहां देर रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की है।
घटना अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के सुदामा नगर की है। पुलिस के मुताबिक 17 वर्षीय पूर्वा ने रविवार को सुबह सबसे पहले घर में बना पुलाव खाया फिर एक दिन पहले बनी साबूदाने की खिचड़ी का सेवन किया था।
कुछ ही देर बाद पूर्वा अपनी दादी के साथ ऑटो में बैठकर शॉपिग करने के लिए बाजार की ओर निकली थी। मगर रास्ते में ही पूर्वा की तबीयत बिगड़ने लगी व ऑटो में ही उल्टियां करने लगी। तबीयत बिगड़ती देख दादी ने उसे तत्काल इलाज के लिए पास के ही निजी अस्पताल मे भर्ती कराया। जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया।
अस्पताल से सूचना दिए जाने पर पहुंची परदेसीपुरा पुलिस ने परिजन से पूछताछ की। पुलिस को शक है कि पूर्वा ने संभवत: सुबह खाने के साथ किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था।
केपी पाराशर जांच अधिकारी के अनुसार फिलहाल पुलिस इसे फुड पॉइजनिंग का मामला मानकर जांच पड़ताल कर रही है। अस्पताल से पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।