जयपुर। प्याज के बाद अब लहसून भी लोगों को तीखा लगने लगा है। महंगाई के दौरान में आम लोगों पर इसका सीधा प्रभाव दिखाई दे रहा है।
दरअसल कोटा की सबसे बड़ी थोक फल-सब्जी मंडी में लहसून की कमजोर आवक के चलते इसमें 200 रुपए प्रति किवन्टल की तेजी आई है। प्रदेश भर में पिछले दिनों ओलावृष्टि से इस बार लहसून की फसल में काफी नुकसान हुआ था।
इससे भी आवक में कमी हुई है और लहसून के भावों में 200 रुपए की तेजी आई है। कुछ ऐसा ही हाल जयपुर की लाल कोठी सब्जी मंडी और मुहाना मंडी में दिखाई दे रहा है।
कुछ दिनों पूर्व मंडी में लहसून के करीब सात आठ हजार कट्टों की आवक हो रही थी, जो अब घटकर मात्र चार हजार कट्टे रह गई है।
भावों में 200 रुपए प्रति किवन्टल बढोतरी होने से अच्छी क्वालिटी का लहसून आठ हजार रूपए किवन्टल तक बिक रहा है।
प्याज की तरह लहसून के भावों में भण्डारण के चलते तेजी देखने को मिल रही है और यदि मंडियों लहसुन के आवक में इसी तरह कमजोरी रही तो आने वाले कुछ समय में लहसून की कीमतेें भी लोगों को और रुलाने का काम करेंगी।