लखनऊ। एक महिला से गैंगरेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और उसके साथियों के फरार होने के बाद छुपने के लिए कई ठिकाने बदले तो इस दौरान गायत्री के बड़े पुत्र अनुराग प्रजापति के फ्लैट पर भी इन्होंने शरण ली।
पुलिस ने मंगलवार को एक कार्रवाई के अंतर्गत गायत्री के दोनों पुत्रों को हिरासत में ले लिया और दोनों से पूछताछ की जा रही है। जानकारी हो कि समाजवादी पार्टी की सरकार जाते ही अचानक से लखनऊ पुलिस की गायत्री केस में सक्रियता बढ़ गई।
एक महिला से गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर शिकंजा कसने लगा। इसमें पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गायत्री के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया।
जबकि गायत्री की तलाश में उसके पुत्र अनुराग प्रजापति के आवास पर पहुंची पुलिस ने पूरा फ्लैट खंगाला और गायत्री के वहां छुपाए जाने के सबूत मिलने पर गायत्री के दो पुत्रों अनुराग प्रजापति और अनिल प्रजापति को हिरासत में लिया। दोनों ही पुत्रों से पुलिस हेडक्वार्टर में पूछताछ जारी है।
वहीं गायत्री प्रजापति के तीन सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें आलमबाग थाना के कॉन्फ्रेंस हाल में लाया गया। जहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी, अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, क्षेत्राधिकारी आलमबाग सहित क्राइम ब्रांच के अधिकारियों द्वारा तीनों से पूछताछ की गई। इसमें गायत्री के छुपने के ठिकानों को पुलिस ने चिन्हित किया।
तीनों ही आरोपियों से दोपहर बाद तक पूछताछ जारी है, वहीं आरोपियों पर दर्ज मुकदमे में उन्हें जेल भेजने की तैयारी हो रही है।
बता दें कि गायत्री प्रजापति के बड़े पुत्र अनुराग प्रजापति पर वर्ष 2014 में अमेठी जनपद में रहने वाली एक युवती ने रेप का आरोप लगाया था और इसमें पुलिस ने केस दर्ज करते हुए जांच भी की थी।
बाद में लड़की के परिवार पर दबाव बना तो वह मामला शान्त हो गया रहा। इसके बाद अनुराग अपने पिता गायत्री प्रजापति के साथ मंत्रालय में आने जाने लगा और खनन के काम से जुड़ गया।
पूर्व मंत्री की बेटी के साथ रेप का मुख्य आरोपी निखिल प्रियदर्शी अरेस्ट