सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरसीए के मामले में पूछे गए सवाल के जवाब में यह आरोप लगाया कि कुछ दिनों पहले जिस तरह से आरसीए का विवाद उठा था और वर्तमान में सबकुछ पूर्ववत हो गया उससे यही प्रतीत होता है कि या तो नरेन्द्र मोदी इस मुददे के माध्यम से वसुंधरा राजे को ब्लैकमेल रहे हैं या फिर इस मामले में राजे का कोई व्यक्तिगत रुचि थी।
अन्यथा जिस आरसीए के मामले में खुद सुप्रीम कोर्ट ने रुचि दिखा दी थी, वह इतनी आसानी से हल कैसे हो सकता था। गहलोत यहां राजस्थान रिफाइनरी बचाओ अभियान समिति के तहत राजस्थान के पचपदरा में रिफायनरी लगाने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए यहां पहुंचने पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने आरोप लगाया कि हार्दिक पटेल को राष्ट्रद्रोह का मामला चलाया जा रहा है, लेकिन अपने एफिडेविट में यह लिखकर देना कि मै मेरे देश से छिपाकर यह दे रही हूं और इसकी जानकारी मेरे देश में नहीं दी जाए यह देश के साथ धोखा है। इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं होना यही दिखाता है कि नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे एक दूसरे से विवाद होने का भ्रम फैला रहे थे। इस दौरान उनके साथ पूर्व विधायक संयम लोढा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष गंगाबेन गरासिया आदि भी थे।
भ्रमित कर रही है भाजपा
सिरोही सांसद की ओर से लोकसभा में पचपदरा की जगह सांचोर के भाटवडा में लगाने का मुददा उठाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि भाजपा इस तरह से रिफायनरी के मुददे को भटकाना चाह रही है, लेकिन कांग्रेस रिफायनरी लगने तक इस अभियान को जारी रखेगी। वसुंधरा सरकार निजी हितों के चलते रिफायनरी लगाने में देरी कर रही है। यदि समय पर रिफायनरी लगती तो राज्य को अतिरिक्त फायदा होता और विकास को पंख लगते।
उन्होंने कहा कि वायबिलीटी गैप फंडिंग के प्रतिवर्ष 56040 करोड रुपये देने को सरकार का नुकसान बताकर प्रदर्शित कर रही है, वह एचपीसीएल और राजस्थान रिफायनरी लिमिटेड को लोन के रूप में 15 साल तक 3737 प्रतिवर्ष की किश्त पर लोन के रूप में दिया जा रहा है। इसका चुकारा कम्पनी सोलहवें साल से करने लगेगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल राजस्थान को 6000 करोड रुपये की राॅयल्टी मिल रही है यह राशि उसी में से देनी थी। इसके अलावा प्रोडक्शन शुरू होने पर गुजरात की रिफायनरियों को दिये जाने वाला करीब डेढ हजार करोड रुपये को वेट की बचत होती से अलग।
उन्होंने कहा कि रिफायनरी के प्रोजेक्ट को रोककर भाजपा सरकार राजस्थान के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार का निजी हितों के चलते राज्य हितों को दरकिनार करना चाहती है। वह अपने निकटस्थ काॅर्पोरेट को फायदा पहुंचाने के लिए इस प्रोजेक्ट को शुरू नहीं कर रही है।
उदघाटन से जरूरी जन सुरक्षा
एक सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा कि यह संभव था कि मेट्रो प्रोजेक्ट का उदघाटन हम कर देते, लेकिन हमारे उदघाटन से ज्यादा जरूरी जनता की सुरक्षा थी इसलिए हमने प्रोजेक्ट की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया। इसके बावजूद भी वर्तमान राज्य सरकार ने जयपुर मेट्रो प्रोजेक्ट मामले में एक साल की देरी कर दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेशभर में राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर अभियान और प्रदर्शन कर रही है और यह जारी रहेगा।
तिवारी जी को यह पहले करना चाहिए था
भाजपा विधायक घनश्याम तिवारी की ओर से राज्य सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंकने के मामले पर गहलोत ने कहा कि तिवारी जी को यह पहले ही कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि छह महीने में ही पता चल गया था कि भाजपा सरकार कोई काम नहीं कर रही है और तभी यह विरोध शुरू कर देना चाहिए।
दिखा उत्साह
इधर, गहलोत के सिरोही पहुंचने पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दिखा। उनके स्वागत के लिए एक बजे से ही सर्किट हाउस में जिलेभर के कांग्रेसियों का जमावडा लगने लगा।
गहलोत पूर्व निर्धारित समय से करीब ढाई घंटे देरी से सिरोही सर्किट हाउस पर पहुंचे। यहां पर उनके पहुंचते ही कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उत्साह से भर उठे। उनकी जय जयकार भी जोर शोर से होने लगी।
जिले में कांग्रेस के वो लोग भी यहां मौजूद दिखे जो जनसमस्या के लिए जिले में पूर्व हुए धरनों में नदारद थे। इत्तेफाक से वह पूर्व मुख्यमंत्री के दौरे की व्यवस्था में इस तरह से जुटे देखे जैसे गहलोत के कार्यालय से उन्हें डिप्युट किया हुआ हो।
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो चर्चित
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दौरे के दौरान का एक फोटो जबरदस्त वायरल हो रहा है। इस फोटो में गहलोत के साथ कुछ लोगों को दिखाया गया है और नीचे यह लिखा हुआ चल रहा है कि बताओ यह कांग्रेस में या भाजपा में।