नई दिल्ली। दिल्ली में सम-विषम योजना लागू करके एक ओर जहां दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने पर काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार ऑटो के सफर को भी महंगा करने की तैयारी कर रही है।
ऑटो ले जाने से मना करने (रिफयूजल) की समस्या को खत्म करने के लिए दिल्ली सरकार ने ऑटो के ट्रैफिक जाम में फंसने पर किराए में वेटिंग चार्ज भी शामिल किए जाने के आदेश दिए हैं।
दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अक्सर देखने में आता है कि आटो वाले व्यस्तम इलाकों में जाम लगने की आशंका के कारण वहां जाने से मना कर देते हैं।
राय ने कहा कि हाल ही में ऑटो यूनियन के साथ हुई बैठक में भी यह मुददा उठाया गया। बैठक में ऑटो यूनियन के लोगों ने जाम लगने को रिफ्यूजल की मुख्य वजह बताया।
उन्होंने बताया कि सरकार ने इसके लिए दिल्ली मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्टस) को आदेश दिया है कि वह ऑटो के मीटर में ऐसी तकनीकी व्यवस्था करे, जिसमें जाम लगने की स्थिति में ऑटो चालक को वेटिंग की राशि कुल किराए में ही जुड़कर मिल जाए। डिम्टस इस मुददे पर 15 दिनों के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंपेगा।
जानकारी हो कि मौजूदा स्थिति में सवारी द्वारा वेटिंग कराने की स्थिति में ही ऑटो चालक को वेटिंग चार्ज मिलता है, अगर नई व्यवस्था लागू होती हैं तो जाम में फंसने की स्थिति में भी ऑटो चालक को वेटिंग चार्ज मिलेगा।