वाराणसी। मशहूर गजल गायिका चित्रा सिंह के प्रशंसक तब निराश हो गए जब चित्रा संकट मोचन संगीत समारोह के मंच पर पहुंचीं लेकिन अस्वस्थ होने के कारण गा न सकीं और मंच से उतर आईं।
उन्हें शनिवार की रात संकट मोचन संगीत समारोह की पहली निशा में अपनी प्रस्तुति देनी थी। कार्यक्रम के अनुसार, पं. विश्वनाथ के गायन के बाद चित्रा सिंह मंच पर पहुंचीं। संकट मोचन के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र ने उनको स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
चित्रा ने हनुमान जी को हाथ जोड़ते हुए कहा कि अस्वस्थ होने के कारण गाना तो बंद हो गया है। जिंदा रही तो अगले साल इसी मंच से गाऊंगी। बहुत कुरेदने के बाद भी वह गा न सकीं और माइक लौटा दिया।
संकट मोचन के महंत ने प्रेरित भी किया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी की कृपा होगी तो चित्रा सिंह जरूर गाएंगी। इस पर उनकी आंखों से आंसू आ गए और वह मंच से नीचे उतर आईं। परिसर में उपस्थित लोगों ने हनुमान जी का जयकारा लगा कर चित्रा सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
मशहूर गजल गायक दिवंगत जगजीत सिंह की पत्नी और अपने वक्त की मशहूर गजल गायिका चित्रा सिंह 27 साल बाद किसी मंच पर अपनी प्रस्तुति देने वाली थीं।
चित्रा सिंह ने साल 1990 में अपने जवान बेटे की एक हादसे में हुई मौत के बाद से गाना छोड़ दिया था। संकट मोचन मंदिर में हो रहे संगीत समारोह से वह एक बार फिर मंच गायिकी की शुरुआत करने जा रही थीं।