कानपुर। कभी कभी कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती है जहां पर पुलिस भी धर्म संकट में पड़ जाती है। कुछ ऐसा ही सोमवार को किदवई नगर थाना क्षेत्र में घटी घटना में देखने को मिली।
जहां पर एक छात्रा ने सुसाइड नोट लिखा और दुनिया को अलविदा कह दिया। सुसाइड नोट में लिखी अंतिम इच्छा को पढ़कर परिजन व पुलिस भी धर्म संकट में पड़ गई। लेकिन कानून के आड़े आने पर पुलिस अधिकारियों को आखिरकार मृतिका की अंतिम इच्छा पूरी नहीं कर सकी।
बताते चले कि जूही लाल कालोनी में रहने वाली छेदी लाल की बेटी पिंकी ने पंखे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। जब पिंकी से सुसाइड की तो उस समय घर पर कोई भी नहीं था।
कुछ घंटों के बाद पिता व परिवार घर वापस आये ,तो उन्होंने पिंकी का शव पंखे से लटका हुआ पाया। मामले की जानकारी पिता ने पुलिस को दी। मौके पर पहुची पुलिस ने नियमानुसार पिंकी की बॉडी को पंखे से नीचे उतारा और जांच शुरु कर दी।
छानबीन के दौरान घटनास्थल से पुलिस को सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें मृतका ने अपनी आत्महत्या के लिए किसी को भी दोषी नहीं बताया है। लेकिन सबसे खास बात यह है, की मृतिका ने अपनी अंतिम इच्छा में कहा है कि उसकी बॉडी का पोस्टमार्टम न कराया जाए।
वहीं परिजन भी अपनी बेटी की इच्छा पूरी करने के लिए जांच के लिए आए पुलिस अफ्सरों से कही। धर्मसंकट में पड़े अधिकारियों ने कानून के नियम को प्राथमिकता देते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।