लखनऊ। यूपी में महिलाओं पर हो रहे यौन अपराधों का सिलसिला नहीं थम रहा। ताजा मामला अम्बेडकरनगर जिले का है।
यहां की एक दलित युवती का तीन दबंगों ने अपहरण कर 3 माह तक सामूहिक रूप से अपनी हवस का शिकार बनाया। प्रेगनेंट होने पर उसका अबार्शन करवाकर फरार हो गए।
पुलिस-प्रशासन के अफसरों से गुहार लगाने के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर बुधवार को दुष्कर्म पीडि़ता ने राजधानी पहुंचकर हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के सामने मीडियाकर्मियों से अपना दर्द बयां किया तो रूह कांप गई। युवती ने आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है।
दान्दूपुर गांव की सीमा देवी (काल्पनिक नाम) का आरोप है कि 20 जुलाई 14 की शाम शौच के लिए जाते समय रास्ते में गांव के ही विनोद दुबे, गोविन्द कुमार और लल्लू वर्मा उर्फ रणजीत ने लाल रंग की बोलेरो गाड़ी में अगवा कर लिया और अकबरपुर की तरफ टाण्डा रोड पर जोलैहा गांव के पास कांशीराम आवास में लल्लू वर्मा के मकान में ले गए। यहां तीनों ने तीन माह तक दुष्कर्म किया।
गर्भवती होने पर कोई नशीला पदार्थ पिलाकर अकबरपुर के अमन अस्पताल ले गये, वहां 10 हजार रुपए देकर गर्भपात करा दिया। इस दौरान हालत बिगडऩे पर उसे छोड़कर भाग गए।
पीडि़ता का आरोप है कि जब वह थाने में आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराने गई तो थानेदार ने 20 हजार रुपए मांगे। पैसे नहीं मिलने पर उसे वहां से भगा दिया।
पीडि़ता ने बताया उसको एक सिपाही ने न्याय का रास्ता दिखाते हुए बताया कि यहां कार्रवाई नहीं हो रही तो राजधानी जाकर न्याय मांगो। इस बात पर पीडि़ता राजधानी पहुंची और धरना देकर मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगते हुए आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।