अजमेर। राजस्थान के अजमेर में नाबालिग पुत्री के अपहरण की सूचना थाने में दर्ज नहीं करने से परेशान एक महिला ने शुक्रवार को रो-रो कर पुलिस अधीक्षक को आप बीती सुनाते हुए अपहरणकर्ताओं के चंगुल से उसे मुक्त कराने की गुहार लगाई।…
स्थानीय बागडी बस्ती निवासी सुमन ने कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक सतीशचंद जांगिड को बताया कि उसके पड़ोसी बाबूलाल और उसके परिजन अपने रिश्तेदार ललित जो स्थानीय जेल में बंद है के साथ उनकी नाबालिग पुत्री का विवाह जबरन कराने के लिए लगातार दवाब बनाते रहे हैं।
गत एक अक्टूबर से उनकी पुत्री घर से गायब है तथा उसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। इसके बाद से उनकी पुत्री का पता नहीं चल पा रहा है। सुमन ने बताया कि पुत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट और उसके अपहरण की आशंका में वह स्थानीय थाने में रिपोर्ट लिख्खाने गई लेकिन पुलिस थाने में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई और उसे भगा दिया गया।
उसने बताया कि लगातार दस दिन से वह अपनी पुत्री को खोज रही है और उसके गायब होने के पीछे ललित का परिवार वाले ही शामिल हो सकते हैं। इस आशंका के बावजूद भी पुलिस किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं। जांगिड़ ने सुमन को आश्वस्त किया कि उसकी पुत्री को तलाशने का पूरा प्रयास किया जाएगा और इस संबंध में थानाधिकारी से भी जानकारी हासिल की जाएगी।
सुमन ने बताया कि इससे पहले भी उसकी पुत्री का एक बार अपहरण कर लिया गया था। इसकी रिपोर्ट क्लार्क टावर थाने में दर्ज कराई गई थी। उस समय पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर छानबीन की तो उनकी पुत्री ललित के साथ बरामद हो गई। उस समय ललित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।