इलाहाबाद। सऊदी अरब से फोन पर गर्भपात कराने का फरमान जारी कर इसके लिए पांच हजार रूपया भेजना आरोपी दुराचारी व उसके घरवालों को तब महंगा पड़ गया जब लड़की की अर्जी पर कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का पुलिस को निर्देश दिया।
कोर्ट में अर्जी देकर लड़की ने बताया कि 23 फरवरी 14 को उसकी सहेली उसे बहला फुसलाकर ले गयी फिर उसे अकेला अपने भाई के पास छोड़ दिया। भाई खुशनूर ने उसके साथ बलात्कार किया।
लड़की ने घटना को बताने की बात कही तो उसे मारापीटा और कमरे में बंदकर मोबाइल से वीडियो व फोटो बना ली। इस घटना के बाद पीड़िता जब अपने घर गयी और आप बीती बतायी तो घरवालों को लड़के वालों ने उसे माफ कर देने को कहा तथा दोनों की शादी का वादा किया।
इस बीच पीड़िता को गर्भवती होने का पता चला तो आरोपी सऊदी अरब चला गया। पीड़िता के घरवाले आरोपी युवक के घर गये और लड़की के गर्भवती होने की बात कही तो आरोपी युवक ने सऊदी अरब से फोन पर बात कर लड़की के गर्भपात करने का फरमान जारी कर दिया।
इसके लिए पांच हजार रूपया भी भेज दिया, साथ ही शादी करने से भी इंकार कर दिया। थाने पर मुकदमा दर्ज न होने पर पीड़िता ने न्यायालय में गुहार लगायी। न्यायिक मजिस्ट्रेट मो.असलम सिद्दीकी ने इस घटना को संज्ञेय अपराध मानते हुए इंस्पेक्टर खुल्दाबाद को तत्काल मुकदमा दर्ज कर विवेचना का आदेश दिया है।