लोहरदगा। रेलवे पुलिस की तत्परता से तीन नाबालिग लड़कियां बिकने से बच गयीं। आरपीएफ के थाना प्रभारी विजय कुमार यादव की सक्रियता के कारण लड़कियों की तस्करी कर ले जा रहे तस्करों को लोहरदगा स्टेशन में गिरफ्तार किया गया।
यहां आरएल-5 में नाबालिग लड़कियों को ले जाने वाली एक महिला दलाल पुलिस के हत्थे चढ़ी। महिला दलाल को रेलवे पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ थाना ले आई है। साथ में तीनों नाबालिग लड़कियों को पुलिस की देखरेख में रेलवे थाना में रखा गया है।
पेशरार थाना क्षेत्र के दुग्गु गांव निवासी महिला दलाल रीता उरांव अपने साथ नालंदा ले जा रही थी। इसी बीच एक लड़की के पिता पेशरार थाना क्षेत्र के रोरद छापर टोली निवासी दिलीप महतो ने लोहरदगा रेलवे स्टेशन में देखकर रोका। जिसे अन्य नाबालिग लड़कियां भी बिकने से बच गईं।
दिलीप महतो ने बताया कि उसकी बेटी सोमवार से ही घर से निकली हुई है। उसे आशंका की कि महिला दलाल रीता उरांव बच्चियों को बहला-फुसलाकर कमाने के नाम पर यहां से ले जा रही हैंं, वह बस स्टेंड में विभिन्न बसों को तलाशा लेकिन उसकी बच्ची नहीं मिली।
बुधवार को वह आरएल-5 के समय स्टेशन पहुंचा। महिला दलाल ने उसकी बेटी साड़ी पहनाकर ट्रेन में बैठाने जा रहा थां इसी बीच वह अपनी लड़की को पहचान गया। उसकी बेटी 12 वर्षीय सीमा कुमारी के साथ रोरद छापर टोली निवासी वृज उरांव की बेटी 14 वर्षीय लक्ष्मी कुमारी, रोरद छापर टोली के ही सुखदेव भगत की बेटी 12 वर्षीय प्रतिमा कुमारी थी।
महिला दलाल रीता उरांव से पूछने पर बताया कि दो अन्य लोगों को भी वह नालंदा के पावापुरी भटठा में पहले पहुंचाकर आई है। महिला दलाल के साथ स्टेशन में पकड़ी गई सुखदेव भगत की बेटी प्रतिमा कुमारी ओनेगड़ा स्कूल की छात्रा है। वह कक्षा छह में पढ़ती है।
नाबालिग छात्रा को महिला दलाल द्वारा बहला-फुसलाकर ले जाया जा रहा था। नाबालिग लड़कियों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराने में संतोष कुमार दूबे, मेनन, प्रमेश्वर पान, अजय कुमार मीना का सहयोग रहा।