रियो डी जनेरियो। रियो ओलिंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि उन्हें रियो में देश के लिए पहला पदक जीतने पर गर्व है।
58 किग्रा वर्ग के मुकाबले में किर्गिस्तान की एसुलू तिनिबेकोवा को पस्त करते हुए कांस्य जीतने वाली साक्षी ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैंने रियो ओलंपिक में सूखा समाप्त करते हुए भारत के लिए पहला पदक जीत लिया।
मुझे पूरा भरोसा है कि यह पदक अगले तीन दिनों में देश के लिए और कई पदकों का रास्ता खोलेगा। मेरे साथी पहलवान निश्चित रूप से शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक हासिल करेंगे।
ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान 23 वर्षीय साक्षी ने कहा कि योगेश्वर दत्त और सुशील कुमार मेरे आदर्श पहलवान हैं। दोनों ने ओलंपिक में पदक जीते और मुझे खुशी है कि मैंने इनके पदचिन्हों पर चलते हुए पदक हासिल कर लिया।
पहले राउण्ड की समाप्ति पर 0-5 से पीछे हो चुकीं ‘कमबैक क्वीन’ कही जाने वाली साक्षी ने अपने नाम की प्रतिष्ठा के अनुरूप दूसरे राउण्ड में जबरदस्त वापसी करते हुए सारा पासा पलट दिया। भारतीय पहलवान ने गजब के दाव पेंच दिखाते हुये 8-5 से मुकाबला और कांस्य पदक जीत लिया।